जींद में मई में पहली बार कोरोना संक्रमण के सबसे कम केस

जिले में पिछले 12 दिन से लगा लॉकडाउन का असर अब साफ दिखाई देने लगा है। लॉकडाउन कोरोना की चेन को तोड़ने में कारगार सिद्ध हो रहा है। मई महीने के 15 दिनों में शनिवार को पहली बार सबसे कम 201 केस आए और कोरोना से सात लोगों की मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 08:00 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 08:00 AM (IST)
जींद में मई में पहली बार कोरोना संक्रमण के सबसे कम केस
जींद में मई में पहली बार कोरोना संक्रमण के सबसे कम केस

जागरण संवाददाता, जींद : जिले में पिछले 12 दिन से लगा लॉकडाउन का असर अब साफ दिखाई देने लगा है। लॉकडाउन कोरोना की चेन को तोड़ने में कारगार सिद्ध हो रहा है। मई महीने के 15 दिनों में शनिवार को पहली बार सबसे कम 201 केस आए और कोरोना से सात लोगों की मौत हो गई। वहीं 333 मरीजों ने कोरोना को मात देते हुए रिकवरी की।

शनिवार को कोरोना संक्रमण से बुडायन गांव के 44 वर्षीय राजेश की मौत हो गई। राजेश हिसार के एक निजी अस्पताल में दाखिल था। नरवाना के 30 वर्षीय गौरव मित्तल की भी कोरोना से मौत हो गई। गांव खरकरामजी की 55 वर्षीय राजो देवी का भी जींद के सर्वोदय अस्पताल में कोरोना के चलते निधन हो गया। नगूरां गांव के 65 वर्षीय रघुबीर ने जींद के नागरिक अस्पताल में कोरोना संक्रमण से दम तोड़ दिया। रूपगढ़ गांव का 78 वर्षीय रामकला भी कोरोना से जंग हार गया। इसके अलावा जींद निवासी 38 वर्षीय मनोज और हांसी निवासी कर्मबीर की मौत भी कोरोना संक्रमण से हो गई। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग को कोरोना के 931 सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिली। इनमें 201 कोरोना पॉजिटिव पाए गए। एक से 14 मई तक कभी भी एक दिन में 250 से कम कोरोना मरीज जिले में नहीं मिले थे। शनिवार को पहली बार जिले में एक दिन में कोरोना के 201 मरीज मिले हैं।

शनिवर को कोरोना के 201 नए मामले सामने आए तो वहीं 333 मरीजों ने कोरोना को मात दी। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. पालेराम कटारिया ने बताया कि जितने नए मरीज आ रहे हैं, उससे कहीं ज्यादा ठीक हो रहे हैं। पॉजिटिविटी रेट घटा है तो रिकवरी रेट बढ़ा है। यह जिले के लिए शुभ संकेत हैं। डा. पालेराम ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 18731 पर पहुंच चुकी है, जिनमें से 15772 लोग कोरोना को हरा चुके हैं। एक्टिव केसों की संख्या 2560 हो गई है।

------------- एक मई से 15 मई तक का आंकड़ा तारीख -संक्रमित -मौत

01 मई -305 -21

02 मई -374 -14

03 मई -312 -14

04 मई -411 -13

05 मई -380 -10

06 मई -374 -10

07 मई -435 -10

08 मई -387 -15

09 मई -290 -06

10 मई -317 -16

11 मई -365 -11

12 मई -363 -11

13 मई -366 -04

14 मई -246 -11

15 मई -201 -07

-------------- खुद के खाट-बिस्तर लाकर दाखिल हो रहे मरीज

नागरिक अस्पताल में हालात ऐसे हैं कि एक मरीज ठीक होता है तो उसके बेड की जगह लेने के लिए पांच मरीज और तैयार रहते हैं। सीएचसी व पीएचसी स्तर पर भी गंभीर मरीजों के उपचार की सुविधा की गई है लेकिन हर कोई अपना उपचार नागरिक अस्पताल में आकर करवाना चाह रहा है, इसलिए नागरिक अस्पताल का कोविड वार्ड और इमरजेंसी वार्ड फुल हो चुके हैं। इमरजेंसी वार्ड के बाहर स्ट्रेचर और कुर्सियों पर मरीज उपचाराधीन हैं तो वहीं कई मरीज ऐसे हैं, जो अपने घर से ही खाट और बिस्तर लेकर आए हुए हैं और इमरजेंसी वार्ड के बाहर दाखिल हैं। दरअसल यह सभी मरीज सांस लेने में परेशानी वाले हैं और इन मरीजों को वार्ड के बाहर ही बिस्तर, खाट, कुर्सियों पर लेटाकर ऑक्सीजन दी जा रही है। डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला ने बताया कि अस्पताल से लेकर सीएचसी पीएचसी पर 1740 बेड की व्यवस्था है लेकिन उपचार के लिए अधिक लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। नागरिक अस्पताल में मात्र 146 बेड हैं और 170 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं।

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