श्रीराम ने शिव-धनुष तोड़कर जीता सीता स्वयंवर

भारतीय कला केंद्र के तत्वावधान में चल रही रामलीला मंचन के दूसरे दिन का शुभारंभ संरक्षक डा. एसके सिगला और मानव सेवा समिति प्रधान रमेश गर्ग द्वारा किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 06:59 AM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 06:59 AM (IST)
श्रीराम ने शिव-धनुष तोड़कर जीता सीता स्वयंवर
श्रीराम ने शिव-धनुष तोड़कर जीता सीता स्वयंवर

संवाद सूत्र, नरवाना : श्रीरामा भारतीय कला केंद्र के तत्वावधान में चल रही रामलीला मंचन के दूसरे दिन का शुभारंभ संरक्षक डा. एसके सिगला और मानव सेवा समिति प्रधान रमेश गर्ग द्वारा किया गया। मंचन के दौरान महाराजा जनक ने अपनी पुत्री सीता के विवाह के लिए स्वयंवर रचा। सीता स्वयंवर की खबर सुनते ही राजा-महाराजाओं ने शिव धनुष को तोड़ने के लिए ऐड़ी-चोटी तक का जोर तो लगाया, लेकिन कोई भी शिव धनुष को हिला भी नहीं पाया। स्वयंवर में पहुंचे भगवान श्रीराम ने अपने पराक्रम के बल पर शिव धनुष पर चिल्ला चढ़ा दिया। शिव धनुष टूटने की खबर जैसे ही भगवान परशुराम के पास पहुंची, तो वे आग-बबूला हो गए और क्रोधित होते हुए बीच सभा में ही श्रीराम को खर-खोटी सुनाने लगे। इस दौरान भगवान राम, लक्ष्मण और परशुराम के बीच इस बात को लेकर काफी देर तक संवाद चलता रहा। फिर किसी तरह से भगवान परशुराम को शांत किया गया। इसके अतिरिक्त भगवान श्रीराम और लक्ष्मण ने स्वयंवर में जाने से पहले ताड़का, सुबाहु और राक्षसों का वध कर दिया। राक्षसों का वध करने के कारण श्रीराम मुनियों के चहेते बन गए। ताड़का वध को कलाकारों द्वारा अनोखे ढंग से दिखाया गया। कलाकारों द्वारा दिखाए गए इस श्यापे ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इस अवसर पर भारत भूषण गर्ग, कुलदीप बडनपुर, श्याम लाल, डा. सत्सवान, जयभगवान, विनोद चितारा सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।

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