ज्वाइंट चेकिग को लेकर आरटीए और रोडवेज में तालमेल की कमी

बिना परमिट के अवैध रूप से चलने वाले वाहनों पर शिकंजा कसने को लेकर सरकार ने आरटीए और रोडवेज विभाग को ज्वाइंट चेकिग अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। जींद में सरकार का यह चेकिग अभियान सफल होता नहीं दिख रहा क्योंकि यहां आरटीए और रोडवेज विभाग के बीच तालमेल की कमी देखने को मिल रही है। पिछले एक महीने में 5 लाख रुपये का जुर्माना भी दोनों विभाग मिलकर नहीं कर पाए जबकि अंबाला जैसे जिलों में जुर्माना राशि करोड़ों में पहुंच चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 06:26 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 06:26 AM (IST)
ज्वाइंट चेकिग को लेकर आरटीए और रोडवेज में तालमेल की कमी
ज्वाइंट चेकिग को लेकर आरटीए और रोडवेज में तालमेल की कमी

प्रदीप घोघड़ियां, जींद

बिना परमिट के अवैध रूप से चलने वाले वाहनों पर शिकंजा कसने को लेकर सरकार ने आरटीए और रोडवेज विभाग को ज्वाइंट चेकिग अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। जींद में सरकार का यह चेकिग अभियान सफल होता नहीं दिख रहा, क्योंकि यहां आरटीए और रोडवेज विभाग के बीच तालमेल की कमी देखने को मिल रही है। पिछले एक महीने में 5 लाख रुपये का जुर्माना भी दोनों विभाग मिलकर नहीं कर पाए, जबकि अंबाला जैसे जिलों में जुर्माना राशि करोड़ों में पहुंच चुकी है।

पिछले दिनों सरकार के स्तर पर हुई बैठक में परिवहन मंत्री ने रोडवेज विभाग और आरटीए को मिलकर संयुक्त रूप से चेकिग अभियान चलाते हुए अवैध रूप से चल रहे वाहनों और ओवरलोड वाहनों के चालान कर जुर्माना वसूलने के निर्देश जारी किए थे। इसे लेकर चेकिग डीटीओ और रोडवेज महाप्रबंधक की लॉग इन आइडी बनाई गई है। इससे बाद में यह पता लगाया जा सकेगा कि टीम ने कितनी वर्किंग की और कितना जुर्माना किया।

बड़े स्तर पर किया गया था तबादला

आरटीए विभाग में बड़ा फेरबदल करते हुए सभी क्लर्क और ड्राइवर, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर समेत दूसरे कर्मचारियों को आरटीए से बदलकर रोडवेज में भेज दिया गया और रोडवेज और पुलिस महकमा के कर्मचारियों को आरटीए में भेज दिया गया। कुछ दिनों तक तो रोडवेज और आरटीए ने ज्वाइंट रूप से चेकिग अभियान चलाया, लेकिन अब इन दोनों विभागों के बीच तालमेल नहीं बन पा रहा है।

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रोडवेज से कन्नी काट रहा आरटीए विभाग

ज्वाइंट चेकिग अभियान को लेकर अब आरटीए विभाग रोडवेज से कन्नी काट रहा है। सुबह दोनों विभागों के कर्मचारी आपस में बातचीत कर चेकिग अभियान पर जाने की बात कहते हैं, लेकिन दोपहर होते-होते किसी न किसी विभाग का कर्मचारी चेकिग में नहीं आता। कई दफा ऐसा भी हुआ है कि आरटीए कर्मचारी अकेले ही चेकिग पर निकल जाते हैं। दोनों विभागों के तालमेल के बिना चेकिग अभियान सफल नहीं हो पा रहा। अंबाला समेत दूसरे जिलों में रोडवेज और आरटीए ने ज्वाइंट चेकिग अभियान चलाकर करोड़ों का राजस्व एकत्रित कर लिया, लेकिन जींद में जुर्माना राशि 5 लाख पर भी नहीं पहुंच पाई है।

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तालमेल में नहीं कोई कमी : डीटीओ

जिला परिवहन अधिकारी डा. सत्येंद्र दूहन ने कहा कि दोनों विभागों के बीच अच्छा तालमेल है। जब बिना परमिट की बसों और दूसरे सवारी ढोने वाले वाहनों की चेकिग के लिए टीम निकलती है तो रोडवेज कर्मियों को साथ लिया जाता है। ओवरलोड वाहनों की चेकिग के लिए उनकी जरूरत नहीं होती।

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