जींद में दो माह बाद खाली हुआ कोविड वार्ड, सर्जरी व सामान्य मरीज होंगे दाखिल

नागरिक अस्पताल के नए भवन में बनाया गया कोविड वार्ड दो माह के बाद मंगलवार को खाली हो गया है। जून में पुराने भवन के बेड कोरोना मरीजों से फुल हो गए थे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:44 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:44 AM (IST)
जींद में दो माह बाद खाली हुआ कोविड वार्ड, सर्जरी व सामान्य मरीज होंगे दाखिल
जींद में दो माह बाद खाली हुआ कोविड वार्ड, सर्जरी व सामान्य मरीज होंगे दाखिल

जागरण संवाददाता, जींद : नागरिक अस्पताल के नए भवन में बनाया गया कोविड वार्ड दो माह के बाद मंगलवार को खाली हो गया है। जून में पुराने भवन के बेड कोरोना मरीजों से फुल हो गए थे। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने नए भवन के सर्जिकल व मेडिकल वार्ड को खाली करवाकर वहां पर कोरोना मरीजों को दाखिल किया था। संक्रमण घटने के साथ ही वार्ड में मरीजों की संख्या भी घट गई और मंगलवार को चार कोरोना संक्रमित ही वार्ड में दाखिल थे। इसके चलते सामान्य मरीजों को दाखिल करने के लिए अस्पताल प्रशासन को दिक्कत आ रही थी। इसलिए अस्पताल प्रशासन ने चारों मरीजों को इमरजेंसी के वार्ड में शिफ्ट कर दिया है। जहां पर उनको आक्सीजन स्पाट पर रखा जा रहा है। वार्ड खाली होते ही उसकी सफाई कराई गई और पूरे वार्ड को सैनिटाइज किया गया। इसके साथ ही पंखों, बेडों व अन्य साजोसामान की सफाई की गई। बुधवार से वार्ड में मरीजों को दाखिल करना शुरू कर दिया जाएगा।

गंभीर मरीज भी नहीं हो पा रहे थे दाखिल

कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद सामान्य मरीजों को दाखिल करने में दिक्कत आ रही थी। अस्पताल के नए व पुराने भवन के सभी बेड कोरोना संक्रमितों से भरे हुए थे। अस्पताल में केवल गायनी वार्ड के बेड को खाली छोड़ा गया था, लेकिन अगर किसी दूसरी बीमारी से गंभीर मरीजों को अस्पताल में लाया जाता तो उसे उपचार देकर वापस भेज दिया जाता था। स्वास्थ्य विभाग ने अब सर्जरी शुरू करने के आदेश दे दिए हैं, इसलिए सर्जरी के बाद मरीजों को चिकित्सकों की देखरेख में रखा जाता है। अब वार्ड खाली होने के साथ ही सर्जरी का कार्य भी शुरू हो जाएगा।

आक्सीजन प्लांट से केवल पुरानी बिल्डिग में होगी सप्लाई

अस्पताल परिसर में लगाए जा रहे आक्सीजन प्लांट की सप्लाई केवल पुराने भवन में बनाए गए कोविड वार्ड में ही सप्लाई होगी। प्लांट प्रति मिनट एक हजार लीटर आक्सीजन का उत्पादन करेगा। इस आक्सीजन को पुराने भवन में बनाए गए सेंट्रल प्वाइंट से जोड़कर वार्ड में आक्सीजन पहुंचाई जाएगी। इस प्लांट से आक्सीजन को जनरेट तो किया जा सकता है लेकिन स्टोर नहीं किया जा सकता है। वहीं आक्सीजन का प्रेशर कम न हो, इसके लिए ही नागरिक अस्पताल स्थित नई बिल्डिग के सामने यह प्लांट लगाया जा रहा है।

नागरिक अस्पताल के एमएस डा. गोपाल गोयल ने बताया कि कोरोना के चार मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। जिससे सर्जरी वार्ड में अब कोई भी मरीज नहीं बचा है। इन वार्डों का प्रयोग पहले की तरह ही प्रयोग में लाया जाएगा। वार्डों को सैनिटाइज कर सफाई करवाई गई है।

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