जींद के गांव गतौली और जैजैवंती को मिलेगी जलभराव से निजात
गांव गतौली व जैजैवंती को जलभराव की समस्या से जल्द ही निजात मिलेगी। इसके लिए एक करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से पाइप लाइन दबाई जाएंगी।
संवाद सूत्र, जुलाना : गांव गतौली व जैजैवंती को जलभराव की समस्या से जल्द ही निजात मिलेगी। इसके लिए एक करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से पाइप लाइन दबाई जाएंगी। सरकार ने यह राशि जारी कर दी है। राशि जारी होने से किसानों में खुशी है। वर्ष 1995 के बाद गतौली-जैजैवंती व शामलो कलां गांव में शामलो कलां-पडाना ड्रेन में पानी ज्यादा आने से जलभराव से करीब सैकड़ों एकड़ जमीन में फसल पानी में डूब जाती थी। हर वर्ष किसानों को करोड़ों रुपये का नुकसान होता था। किसानों ने इस समस्या को जुलाना के विधायक अमरजीत ढांडा के सामने रखा। विधायक ने डिप्टी सीएम से मिलकर समस्या का समाधान करवा दिया।
शामलो कलां-पडाना ड्रेन में सफीदों क्षेत्र तक का पानी आता है। इस ड्रेन में दर्जनों सहायक ड्रेनों का पानी भी शामलो कलां व गतौली गांव में पहुंचता है। सुंदर ब्रांच नहर के नीचे से बनी छपन में से यह पानी गतौली-जैजैवंती गांव में चला जाता है और करीब 300 एकड़ जमीन में फसल को तबाह कर देता है। पूर्व सरपंच सुरजीत मलिक सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि यह एक वर्ष से नहीं पिछले 25-26 वर्षो से हो रहा है। किसानों की करोड़ों रुपये की फसल पर हर वर्ष पानी फिर जाता है। किसानों ने इस समस्या के समाधान के लिए छोटे अधिकारी से बड़े अधिकारी तक गुहार लगाई मगर समस्या का समाधान नहीं हो सका। किसानों ने इस समस्या को विधायक अमरजीत ढांडा के सामने भी रखा। अमरजीत ढांडा ने मौके पर पहुंच कर किसानों की समस्या को जाना और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से मिलकर किसानों की समस्या का हल करवा दिया। सरकार ने एक करोड़ 25 लाख रुपये की ग्रांट जारी कर दी है।
वर्जन
गतौली गांव में जलभराव से फसलें नहीं डूबेंगी। एक करोड़ 25 लाख रुपये की लागत से पाइप लाइन दबाई जाएंगी। सरकार ने यह राशि जारी कर दी है। किसानों की वर्षो से चली आ रही समस्या का समाधान डिप्टी सीएम ने कर दिया है। उनका प्रयास क्षेत्र से सभी समस्याओं को चलता करना है। उनका प्रयास क्षेत्र का विकास करवाना है इसके लिए संघर्ष जारी है।
अमरजीत ढांडा, विधायक जुलाना विधानसभा क्षेत्र
वर्जन
एक करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से गतौली व जैजैवंती गांव में पाइप लाइन दबाई जाएंगी। इस पाइप लाइन के जरिए जिन खेतों में जलभराव होता था, उनका पानी निकाला जाएगा। पाइप लाइन का पानी करसोला माइनर में छोड़ दिया जाएगा। मसौदे को हरी झंडी मिल चुकी है। जल्द ही काम चालू हो जाएगा।
मंगतराम, एसई सिचाई विभाग जींद