जुलाना में अनुबंधित महिला कर्मी को हटाने के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना शुरू

आउटसोर्स महिला कर्मी को नौकरी से हटाने के विरोध में स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अनिश्चितकालीन के लिए धरना शुरू किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 08:05 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 08:05 AM (IST)
जुलाना में अनुबंधित महिला कर्मी को हटाने के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना शुरू
जुलाना में अनुबंधित महिला कर्मी को हटाने के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना शुरू

संवाद सूत्र, जुलाना : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत आउटसोर्स महिला कर्मी को नौकरी से हटाने के विरोध में स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अनिश्चितकालीन के लिए धरना शुरू किया। धरने की अध्यक्षता वार्ड सर्वेंट प्रदीप कुमार ने की। प्रदीप ने कहा कि जब तक महिला कर्मी को नौकरी पर वापस नहीं लिया जाता, उनका धरना जारी रहेगा। स्वास्थ्य विभाग में लगे आउटसोर्स कर्मचारियों का शोषण लगातार जारी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जुलाना में आउटसोर्स के तहत लगी महिला कर्मचारी मुकेश को बिना किसी शिकायत के हटा दिया गया। अधिकारियों एवं आउटसोर्स कंपनी द्वारा उठाया गया, यह कदम पूर्ण रूप से श्रम कानूनों की अवहेलना है। कर्मचारियों ने निर्णय लिया है कि शनिवार से सभी कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इस अवसर पर पूनम, अन्नू, आशीष, राखी, अमित, संजय, राममेहर, अमित सहित दर्जनभर कर्मचारी मौजूद थे।

आउटसोर्सिग कर्मी के हटाने के विरोध में कर्मचारी 18 को रहेंगे हड़ताल पर

जागरण संवाददाता, जींद : जुलाना सीएचसी में आउटसोर्सिग के तहत लगी वार्ड सर्वेंट को बिना किसी ठोस कारण के नौकरी से हटाने और पिछले 9 महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण खफा जिले भर के आउटसोर्सिग स्वास्थ्य कर्मी 18 जनवरी को पूर्ण रूप से हड़ताल पर रहेंगे। शनिवार को जुलाना और उचाना में स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा के तहत लगे कर्मियों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उचाना में ज्ञापन के बाद प्रधान सोनू बूरा ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ द्वारा बार-बार वेतन संबंधी समस्या से विभाग के आलाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। पिछले 9 महीने से उन्हें वेतन नहीं मिलने के कारण आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच जुलाना सीएचसी में वार्ड सर्वेंट मुकेशी को नौकरी से हटाने का फैसला कर्मचारियों के शोषण का जीता-जागता उदाहरण है। मुकेश अपने कार्य को मेहनत और ईमानदारी से कर रही थी। कोई भी शिकायत मुकेशी के खिलाफ नहीं आई है। इससे सभी कर्मचारियों में रोष है। अपना विरोध प्रकट करने के लिए 18 जनवरी को सभी स्वास्थ्य कर्मी पूर्ण रूप से हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने मांग की कि मुकेशी को नौकरी से हटाने का आदेश तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए। सभी आउटसोर्सिंग कर्मियों का वेतन जारी किया जाए।

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