नरवाना क्षेत्र में पटवारी की गलत गिरदावरी से नहीं कट रहे किसानों के गेट पास

नरवाना की मेला मंडी में डीसी के दौरे के बाद मार्केट कार्यालय में बनाए गए किसान सहायता केंद्र पर मिली खामियों को ठीक करने के आदेश दिये गये थे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 09:10 AM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 09:10 AM (IST)
नरवाना क्षेत्र में पटवारी की गलत गिरदावरी से नहीं कट रहे किसानों के गेट पास
नरवाना क्षेत्र में पटवारी की गलत गिरदावरी से नहीं कट रहे किसानों के गेट पास

संवाद सूत्र, नरवाना : नरवाना की मेला मंडी में डीसी के दौरे के बाद मार्केट कार्यालय में बनाए गए किसान सहायता केंद्र पर मिली खामियों को ठीक करने के आदेश दिये गये थे और सहायता केंद्र पर एक पटवारी की स्पेशल ड्यूटी लगाने के निर्देश दिये गये थे। उनके आदेशों के बावजूद भी किसान सहायता केंद्र पर कोई कर्मचारी नहीं बैठता है, पटवारी तो बैठना दूर की बात है। जिस कारण डीसी के आदेशों की अवहेलना होती नजर आ रही है।

डीसी नरेश नरवाल ने सहायक सचिव रोशनलाल को फटकार भी लगाई थी, लेकिन उसके बाद कोई कार्य नहीं किया गया है। जिससे किसानों को गिरदावरी चैक करवाने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। किसानों द्वारा खेतों में उगाई गई धान की फसल बेचने के लिए धान का पंजीकरण करवाया हुआ है और पंजीकरण के प्रिट आउट में भी धान ही लिखा हुआ है। लेकिन पटवारी द्वारा धान की जगह कपास का वेरीफाई किया हुआ है। जिससे किसानों को अनाज मंडी में धान बेचने के लिए गेट पास नहीं मिल रहा है। जब किसान गेट पास कटवाने के लिए जाते हैं, तो कर्मचारी कहते हैं कि वे धान का नहीं कपास का गेट पास काट सकते हैं।

गांव खरडवाल के किसान संजीव नैन ने बताया कि उसके 12 एकड़ में से केवल लगभग दो एकड़ में ही धान की फसल पटवारी दिखाई गई है। किसान संजीवन नैन ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब पटवारी से पंजीकरण ठीक करवाने के लिए गया, तो उससे प्रति एकड़ 100 रुपये रिश्वत की मांग की गई। नहरी पटवारी ने कहा कि जब तक वह पंजीकरण ठीक नहीं करेगा, तुम्हारी फसल नहीं बिकेगी। उसने बताया कि वह फसल बेचने के लिए धमतान मंडी में पिछले कई दिन से आया हुआ है, लेकिन गेट पास न कटने के कारण फसल मंडी में पड़ी है। गांव दनौदा कलां से आये किसान राकेश नैन, मनजीत ने बताया कि उनके गांव में भी यह समस्या बनी हुई है। जिससे उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राकेश नैन ने बताया कि उसके 6.75 एकड़ में धान बोई हुई थी, लेकिन पटवारी की गलत गिरदावरी के कारण उसके केवल 1.50 एकड़ में ही धान दिखाई है, तो बाकि 5.25 एकड़ में कपास दिखाई गई है। किसान मनजीत ने बताया कि उसके 3 एकड़ में धान उगाई थी, तो पटवारी ने उसके खेत में 2 एकड़ में कपास व एक एकड़ में धान दिखाई है। वहीं उसके गांव के किसान बलराज के 8 एकड़ में से 3 एकड़ में कपास को दिखाया गया है। रामकुमार के लगभग 15 एकड़ खेत में 8 एकड़ में कपास को दिखाया गया है। जबकि सभी खेतों में धान को ही बोया गया था। उनके खेतों की गिरदावरी को ठीक करवाया जाये, ताकि समय रहते वे गेट पास कटवाकर अपनी फसल को बेच सके।

पीड़ित किसान शिकायत करे, कराएंगे जांच

पटवारी द्वारा गलत गिरदावरी करने पर उसको ठीक करवाने के लिए रिश्वत मांगी जा रही है, ऐसी कोई शिकायत नहीं उनके पास नहीं आई है। अगर ऐसी बात है, तो पीड़ित किसान उनके पास शिकायत लेकर आ सकते हैं। वहीं किसान सहायता केंद्र में पटवारी को बैठने के आर्डर दे दिये गये हैं।

डा. सुरेंद्र बैनीवाल, एसडीएम, नरवाना

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