भीखेवाला में ताश खेलते मिले ग्रामीण, जेजेपी युवा जिलाध्यक्ष ने घर रहने का किया आह्वान

गांवों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। इसी के मद्देनजर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी कार्यकर्ताओं की गांव-गांव ड्यूटी लगाई हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 06:15 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 06:15 AM (IST)
भीखेवाला में ताश खेलते मिले ग्रामीण, जेजेपी युवा जिलाध्यक्ष ने घर रहने का किया आह्वान
भीखेवाला में ताश खेलते मिले ग्रामीण, जेजेपी युवा जिलाध्यक्ष ने घर रहने का किया आह्वान

संवाद सूत्र, नरवाना : गांवों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। इसी के मद्देनजर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी कार्यकर्ताओं की गांव-गांव ड्यूटी लगाई हुई है। जेजेपी युवा जिलाध्यक्ष बिट्टू नैन ने बताया कि डिप्टी सीएम के आदेश पर गांवों में जाकर सैनिटाइज किया जा रहा है। शुक्रवार को गांव भीखेवाला व दनौदा खुर्द में जाकर सैनिटाइजर बांटे गए और गांव को सैनिटाइज किया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान गांवों में समूह में लोग हुक्का गुड़गुड़ाते और ताश खेलते मिले। जिन्हें समझाया कि समूह में हुक्का पीने से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। इसलिए सामूहिक रूप से हुक्का पीने से बचें। सरकार की हिदायत के अनुसार कुछ दिन घर पर ही रहें और वैक्सीन लगवाएं। इस अवसर पर युवा हलकाध्यक्ष अमर नैन, सुरेंद्र गोयत, डा. लीलू, प्रदीप नैन, जसबीर मौजूद रहे।

डिप्टी सीएम ने जाने कोरोना संक्रमण को लेकर उचाना के हालात

संवाद सूत्र, उचाना : डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने जूम एप से जेजेपी के हलकाध्यक्षों के साथ मीटिग की। इस मीटिग में उचाना ब्लॉकध्यक्ष विश्ववीर नंबरदार से कोरोना संक्रमण को लेकर उचाना हलके के हालातों के बारे में जानकारी ली। नंबरदार ने डिप्टी सीएम को बताया कि हर गांव में मौतें हो रही हैं। अधिकांश गांवों में लोग बुखार से पीड़ित हैं। जेजेपी कार्यकर्ता जितना संभव हो सके, उतनी मदद गांव में लोगों की कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। डिप्टी सीएम ने कहा कि जल्द वो उचाना के नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों की टीम भेजेंगे। ये टीमें गांव में जाएंगी। गांव में पंचायतों द्वारा आइसोलेशन केंद्र बनाए गए हैं। गांव में अगर कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो जाता है और उसके मकान में उसके अकेले रहने के लिए कमरा नहीं है, तो आइसोलेशन केंद्र में रह सकेगा। हर गांव में ग्रामीणों की जांच हो, इसको लेकर टीमें बनाई गई हैं। गांव में घर-घर जाकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है।

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