72 घंटे में यूरिया नहीं मिला तो किसान करेंगे मंडी के गेट को बंद

यूरिया खाद की कमी के कारण किसान परेशान हैं। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला उचाना हलके से विधायक होने के बाद भी यूरिया की किल्लत बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Aug 2021 08:50 AM (IST) Updated:Tue, 24 Aug 2021 08:50 AM (IST)
72 घंटे में यूरिया नहीं मिला तो किसान करेंगे मंडी के गेट को बंद
72 घंटे में यूरिया नहीं मिला तो किसान करेंगे मंडी के गेट को बंद

संवाद सूत्र, उचाना : यूरिया खाद की कमी के कारण किसान परेशान हैं। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला उचाना हलके से विधायक होने के बाद भी यूरिया की किल्लत बनी हुई है। यूरिया लेने के लिए किसानों को लाइनों में लगना पड़ रहा है। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) जिलाध्यक्ष आजाद पालवां ने कहा कि 72 घंटे तक में यूरिया की किल्लत जिले में दूर नहीं हुई तो उचाना मंडी के गेट को बंद कर रोष प्रकट करेंगे। पालवां गांव में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि 26 अगस्त को पुरानी मंडी में महाराजा अग्रसेन मंदिर धर्मशाला में सर्व धर्म बैठक बुलाई जाएगी। किसान, मजदूर के इस आंदोलन को नौ महीने 26 को होंगे। 1907 में किसान हित में शहीद भगत सिंह के चाचा ने आंदोलन लड़ा था। यह आंदोलन नौ महीने चला था। अंग्रेज उस समय किसानों के आंदोलन के आगे झूके ओर किसानों की मांग को माना। आज आंदोलन को नौ महीने हो चुके है। 26 जनवरी को बैठक होगी जिसमें सर्व धर्म के लोग पहुंचेंगे। किसान, मजदूर, व्यापारी भी आएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग की जाएगी कि इन तीनों कानूनों को रद करने के साथ-साथ एमएसपी पर कानून बनाने का काम सरकार करें। किसान, मजदूर सरकार को झूका नहीं रहे है बल्कि अपनी मांग को मनवाने के लिए आंदोलन कर रहे है। सरकार को किसानों की मांगें माननी चाहिए।

इस मौके पर सिक्किम सफाखेड़ी, धर्मबीर सुदकैन, वेदप्रकाश शर्मा, पाला खटकड़, अमरजीत खटकड़, लीला सेढ़ा माजरा, होशियारा घसो, अनिल बैनीवाल, अनूप करसिधु, रामनिवास, मेवा, बीरा घोघड़िया, सोमबीर, टेकराम छातर मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी