यात्रियों की संख्या बढ़ी तो बसों की हुई कमी
लॉकडाउन से पहले थी 165 बसें अब रह गई 130 फोटो- 01 02
लॉकडाउन से पहले थी 165 बसें, अब रह गई 130 फोटो- 01, 02 जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना वायरस का परिवहन विभाग पर जो असर था, वह अब बेसअर हो रहा है। रोडवेज बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है। त्योहारी सीजन के शुरू होने और स्कूल-कॉलेजों के खुलने से यात्रियों की संख्या बढ़ी तो अब बसों की कमी आड़े आ रही है। लॉकडाउन से पहले जींद डिपो की 165 बसें ऑनरूट थी लेकिन अब 130 बसें ही विभिन्न रूटों पर दौड़ रही हैं। इनमें कुछ बसें कंडम हो चुकी हैं तो कुछ बसें खराब खड़ी रहती हैं। लॉकडाउन के बाद जून महीने में बसें चलनी शुरू हो गई थी लेकिन व्यवस्था पूरी तरह से पटरी पर अक्टूबर महीने में ही आई है। बसों में यात्रा के दौरान कोरोना का जो खौफ यात्रियों में था, वह अब गायब हो चुका है। इंटर स्टेट रूट हो या अंतर जिला, सभी रूटों पर बसें चल रही हैं। अब दशहरा, करवा चौथ, दीपावली, छठ पूजा समेत दूसरे त्यौहारों का सीजन आ गया है तो ग्रामीण अंचल के लोग भी खरीददारी के लिए शहर आ रहे हैं। इससे बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। यात्रियों के मामले में स्थिति लॉकडाउन से पहले की तरह हो रही है तो अब बसों की कमी महसूस होने लगी है। 200 बसों का नार्म, चल रही मात्र 130
जींद डिपो के बेड़े में नार्म के हिसाब से 200 बसें होनी चाहिए लेकिन फिलहाल जींद डिपो, नरवाना और सफीदों सब डिपो की की मिलाकर लगभग 130 बसें ही ऑनरूट हैं। लॉकडाउन से पहले भी 165 बसें विभिन्न रूटों पर चल रही थी। लॉकडाउन के दौरान कुछ बसें कंडम हो गई तो कुछ बसें तकनीकी फाल्ट के कारण वर्कशॉप में खड़ी हैं। पिछले चार-पांच महीनों में 10 से ज्यादा बसों की लाइफ खत्म हो गई। बसों के टोटे में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे डिपो की आमदनी पर भी असर पड़ता है। किलोमीटर स्कीम की बसें भी नहीं चल पा रही
किलोमीटर स्कीम के तहत भी जींद डिपो में 15 बसें शामिल हैं, जिन्हें लॉकडाउन के बाद दोबारा से चलाने की अभी तक अनुमति नहीं मिल पाई है। अगर यह बसें चल पड़ती हैं तो यात्रियों को तो राहत मिल ही जाएगी और इन बस ऑपरेटरों को भी फायदा होगा। जल्द बढ़वाई जाएंगी बसें : बिजेंद्र हुड्डा
जींद डिपो के महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा ने कहा कि जो बसें तकनीकी फाल्ट की वजह से खड़ी हैं, उन्हें जल्द ठीक करवाकर दोबारा से ऑनरुट किया जाएगा। विभाग का प्रयास है कि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो। रोटेशन को इस तरह से बनाया जा रहा है कि यात्रियों को परेशानी नहीं आएगी।