खाली प्लाटों में सीवर का पानी छोड़ रहा हुडा, सेक्टरों के लोगों ने आंदोलन की बनाई रणनीति

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए गए सेक्टर छह सात आठ व नौ में सीवर के पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने के चलते खाली प्लाटों में गंदा पानी छोड़ा जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 07:24 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 07:24 AM (IST)
खाली प्लाटों में सीवर का पानी छोड़ रहा हुडा, सेक्टरों के लोगों ने आंदोलन की बनाई रणनीति
खाली प्लाटों में सीवर का पानी छोड़ रहा हुडा, सेक्टरों के लोगों ने आंदोलन की बनाई रणनीति

जागरण संवाददाता, जींद : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए गए सेक्टर छह, सात, आठ व नौ में सीवर के पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने के चलते खाली प्लाटों में गंदा पानी छोड़ा जा रहा है। जहां पर सीवर की लाइन ओवरफ्लो होती है, वहीं पर हुडा कर्मचारी खाली खाली प्लाट में लाइन को तोड़ देते हैं। ऐसे में घरों में सीवर ओवरफ्लो होने से बच जाते हैं, खाली प्लाटों में गंदा पानी भरने से उठ रही बदबू के कारण लोगों को वहां पर रहना मुश्किल हो रहा है। इसके लिए आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी जब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कार्यालय में जाते हैं तो वहां पर उच्च अधिकारी कोई नहीं मिलता, जेई यह कहकर टाल देते हैं कि मुख्यालय से उनके पास कोई बजट नहीं आया है। जब बजट आए जाएगा तो सीवर के पानी की निकासी का स्थाई समाधान हो पाएगा। प्लाटों में भरे गंदे पानी में मच्छर पनप रहे हैं, अब बरसात होने के बाद तो हुडा की खाली जमीन पर तालाब बन गए है। इसके चलते सेक्टरों में मच्छरों की भरमार हो गई है और लोगों को डेंगू, मलेरिया फैलने का डर बना हुआ है। हर साल नए सेक्टरों में सबसे ज्यादा डेंगू व मलेरिया के मामले सामने आते हैं। इसका मुख्य कारण खाली प्लाटों में हमेशा भरा रहने वाला पानी है।

चारों सेक्टरों के लोगों ने बैठक करके अधिकारियों की कार्यशैली पर उठाए सवाल

सीवर की समस्या को लेकर रविवार शाम को चारों सेक्टर के लोगों की बैठक सेक्टर आठ के पार्क में हुई। इसमें सेक्टर नौ के प्रधान रामनिवास ढिगाना, सेक्टर आठ के प्रधान अमन सिवाच, सेक्टर सात के प्रधान राजेंद्र शर्मा व सेक्टर छह के प्रधान दिनेश बूरा ने भाग लिया। इसमें निर्णय लिया गया कि इसके लिए डीसी से मिला जाएगा, अगर फिर भी समाधान नहीं होता है तो सेक्टर के लोग आंदोलन करेंगे। जहां पर अमन सिवाच ने बताया कि सेक्टरों में लगभग 60 फीसदी मकानों का निर्माण हो चुका है, लेकिन अब तक सीवर की समस्या का समाधान नहीं हुआ है। जहां पर भी सीवर लाइन ओवरफ्लो होती है तो हुडा कर्मचारी वहीं से लाइन के मेन हाल को तोड़कर खाली प्लाटों में पानी छोड़ देते हैं। इसके चलते चारों सेक्टरों में जगह-जगह पर तालाब बने हुए हैं। इस पानी से पल रहे जहरीले जीव घरों में घुस रहे हैं। ऐसे में सेक्टरों के लोगों का जीना मुश्किल हो गया। इसके लिए हिसार में भी हुडा अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन वहां पर केवल आश्वासन मिलता है, लेकिन चार साल से समाधान नहीं हुआ है। इसलिए सेक्टरों के लोग अधिकारियों के इस रवैये के विरोध में जल्द ही आंदोलन शुरू किया जाएगा।

सेक्टर नौ के प्रधान रामनिवास ढिगाना ने कहा कि हुडा की खाली पड़ी जमीन में जमा गंदा पानी नहीं छोड़ा जाए और जिस जमीन पर पार्क का निर्माण होना है, वहां पार्क का निर्माण करवाया जाए, ताकि सेक्टरों की शोभा बढ़े और लोगों को सुविधा हो। सेक्टर के लोग सुविधा के लिए चार साल से कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन समाधान आज तक नहीं हुआ है। बारिश के मौसम तो हालात ज्यादा खराब हो जाते हैं। अगर प्रशासन ने समय रहते कदम नहीं उठाया सेक्टर के लोग आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।

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