बारिश के साथ कई जगहों पर ओलावृष्टि, चार डिग्री गिरा तापमान, शीत लहर से बढ़ी ठिठुरन

बारिश के साथ तेज हवा ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जुलाना उचाना व अन्य कई स्थानों पर शुक्रवार सुबह बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। इससे न्यूनतम तापमान चार डिग्री गिर कर 9 डिग्री पर पहुंच गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 07:16 AM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 07:16 AM (IST)
बारिश के साथ कई जगहों पर ओलावृष्टि, चार डिग्री गिरा तापमान, शीत लहर से बढ़ी ठिठुरन
बारिश के साथ कई जगहों पर ओलावृष्टि, चार डिग्री गिरा तापमान, शीत लहर से बढ़ी ठिठुरन

जागरण संवाददाता, जींद : बारिश के साथ तेज हवा ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जुलाना, उचाना व अन्य कई स्थानों पर शुक्रवार सुबह बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। इससे न्यूनतम तापमान चार डिग्री गिर कर 9 डिग्री पर पहुंच गया। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 13 डिग्री व अधिकतम 18 डिग्री था। ठंड बढ़ने से लोग घरों में ही दुबके रहे। वहीं ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते नजर आए।

जिलेभर में बृहस्पतिवार सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है। सफीदों में सबसे ज्यादा 16 एमएम, जुलाना में 15 एमएम, पिल्लूखेड़ा में पांच एमएम, जींद में चार एमएम, नरवाना में एक एमएम व उचाना में बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार व शुक्रवार को दो दिन बारिश का अलर्ट जारी किया था। शनिवार से ठंड और बढ़ने व धुंध गिरने के आसार हैं। बारिश के साथ तेज हवा चलने से बिजली सप्लाई भी बाधित रही।

बृहस्पतिवार रात सफीदों गेट एरिया में तेज हवा से बिजली की तार पर फ्लैक्स गिर गया, जिससे सप्लाई बाधित हुई। वहीं अर्बन एस्टेट में पेड़ की टहनी लाइन पर गिरने से फॉल्ट आया। रुक-रुक बारिश होने से फॉल्ट ठीक करने में बिजली कर्मचारियों को काफी परेशानी हुई। इस दौरान करीब सवा सौ शिकायतें बिजली निगम के पास पहुंची। करीब 20 हजार हेक्टेयर में गेहूं बिजाई होनी बाकी

जिले में कपास व गन्ने के खेत में करीब 20 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई होनी बाकी है। बारिश से बिजाई में देरी होगी। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. यशपाल मलिक ने बताया कि जिन किसानों ने बारिश से दो-तीन दिन पहले गेहूं की बिजाई की है, वहां नुकसान हो सकता है। रोटावेटर से बिजाई की गई गेहूं की बिजाई में ज्यादा दिक्कत है। अगेती व मध्यम किस्म जिसकी 25 नवंबर तक बिजाई होती है, उसके लिए बारिश काफी फायदेमंद है। रत्ताखेड़ा गांव में आसमानी बिजली का कहर

सफीदों से संवाद सूत्र के अनुसार गांव रत्ताखेड़ा में देर रात्रि बारिश के दौरान आसमानी बिजली ने कहर ढहाया। गनीमत तो यह रही कि आसमानी बिजली से केवल मकान व सामान को क्षति पहुंची, कोई जान का नुकसान नहीं हुआ। बृहस्पतिवार देर रात्रि में क्षेत्र में बारिश हो रही थी और आसमान में बिजली कड़क रही थी। इतने में बिजली कड़कडाहट की तेज आवाज हुई और कई मकानों के इन्वर्टर-बैटरी व एक मकान को अपनी चपेट में ले लिया। इस घटना में गांव के सुरेश कुमार के मकान में रखी बैटरी फटी, सुनील कुमार के मकान की छत में होल बन गया व दीवारों में दरार आ गई तथा कृष्ण के मकान में रखी बैटरी फट गई। बूंदाबांदी से फसल बिजाई में होगी देरी

फोटो नंबर - 11

उचाना से संवाद सूत्र के अनुसार दो दिनों से हो रही बूंदाबांदी से किसानों को फायदा व नुकसान दोनों हो रहे हैं। जिन किसानों ने गेहूं की बिजाई की है, उनको फायदा है तो जिन किसानों ने फसल की बिजाई नहीं की, उनको अब कुछ दिन रुकना पड़ेगा। जिन किसानों ने दो से तीन दिन पहले बिजाई की है, उनको दोबारा से बिजाई करनी पड़ सकती है। बारिश के चलते मंडी में फसल की बोली नहीं हो पाई। किसानों जो फसल लेकर मंडी में आए थे, फसल पर तिरपाल ढक कर उसे भीगने से बचाने में जुटे रहे। रामकला बूरा, रमेश कौशिक, रामपाल, जयबीर ने कहा कि जिन किसानों ने अब तक बिजाई नहीं की थी, उन किसानों को अब कम से कम 10 दिन तक रुकना पड़ेगा।

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