कोरोना काल के बाद हेल्थ वर्करों को स्वाइन फ्लू की वैक्सीन लगनी शुरू

कोरोना काल में फ्रंट फुट पर काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को अब स्वाइन फ्लू की वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है। पहले इन कर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:48 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:48 AM (IST)
कोरोना काल के बाद हेल्थ वर्करों को स्वाइन फ्लू की वैक्सीन लगनी शुरू
कोरोना काल के बाद हेल्थ वर्करों को स्वाइन फ्लू की वैक्सीन लगनी शुरू

जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना काल में फ्रंट फुट पर काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को अब स्वाइन फ्लू की वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है। पहले इन कर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। अब मरीजों के संपर्क में आकर स्वाइन फ्लू की चपेट में न आए इसलिए उनको अब स्वाइन फ्लू की वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है। मुख्यालय की तरफ से नागरिक अस्पताल के चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 130 वैक्सीन मिली है। बुधवार को चिकित्सकों सहित 72 स्वास्थ्य कर्मियों को स्वाइन फ्लू की वैक्सीन लगाई गई। इसमें चिकित्सक, स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन व अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल रहे।

नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने सर्वप्रथम स्वाइन फ्लू वैक्सीन लगवा कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू एक तीव्र संक्रामक रोग है जो एक विशिष्ट प्रकार के एंफ्लुएंजा वाइरस (एच-1 एन-1) के द्वारा होता है। प्रभावित व्यक्ति में सामान्य मौसमी सर्दी, जुकाम जैसे ही लक्षण होते हैं जिनमें नाक से पानी बहना या नाक बंद हो जाना, गले में खरास, सर्दी-खांसी, बुखार होना, सिरदर्द, शरीर दर्द, थकान, ठंड लगना, पेट दर्द, कभी-कभी दस्त उल्टी आना शामिल हैं। ऐसे में स्वाइन फ्लू न हो, इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों को स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान सभी स्वास्थ्यकर्मियों ने बेहतरीन कार्य किया जिसके चलते आज जिला कोरोना मुक्त होने की कागर पर है। अगर किसी को भी स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत चिकित्सक से उपचार ले। इस मौके पर फार्मासिस्ट देवेंद्र, राजेश, भूपेंद्र मौजूद रहे।

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