क्षय रोग को खत्म करने के लिए पंचायतों की मदद ले रहा स्वास्थ्य विभाग
जिले में क्षय रोग को जड़ से खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया गया है।
जागरण संवाददाता, जींद : जिले में क्षय रोग को जड़ से खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया गया है। क्षय रोग को खत्म करने के लिए जहां निजी चिकित्सकों, सामाजिक संस्थाओं व ग्राम पंचायतों की मदद ली जा रही है, वहीं, लगातार टीबी रोग के प्रति आमजन को जागरूक करने को लेकर कैंपेन चलाए जा रहे हैं। इस समय विभाग के पास 1600 क्षय रोग (टीबी) पीड़ित मरीज पंजीकृत हैं। यह आंकड़ा मरीजों को लेकर प्रतिदिन बदलता है। सरकार द्वारा देश को 2025 तक टीबी से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्षय रोग को समाप्त करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. संदीप लोहान ने बताया कि दो सप्ताह से ज्यादा खांसी, भूख कम लगना, वजन कम होना, बलगम में खून का आना, हलका बुखार रहना टीबी के लक्षण होते हैं। इन लक्षणों के होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर तुरंत बलगम की जांच करवाएं। यदि टीबी पाई जाती है तो डॉट्स के तहत छह महीने तक दवाई खिलाई जाती है, जोकि हर स्वास्थ्य केंद्र पर मुफ्त उपलब्ध है व इस दौरान रोगी को हर महीने 500 रुपये पोषण भत्ता भी दिया जाता है व इसके लिए प्रोत्साहित करने वाले व्यक्ति को भी 500 रुपये देने का प्रावधान किया गया है। नोटिफिकेशन बढ़ाने वाले आइएमए चिकित्सकों को किया सम्मानित
नागरिक अस्पताल के ट्रेनिग सेंटर में आइएमए की बैठक का आयोजन सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में जिले के प्राइवेट चिकित्सकों ने भाग लिया। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. संदीप लोहान ने जिले मे प्राइवेट डॉक्टरों द्वारा टीबी नोटिफिकेशन बढ़ाने व टीबी को खत्म करने के लिए सरकार का सहयोग करने के विषय में वार्ता की। बैठक में टीबी के क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले प्राइवेट डॉक्टरों को सम्मानित किया गया। डा. संदीप लोहान ने आइएमए सदस्य डा. प्रमोद बंसल, डा. मनोज गर्ग, डा. मनीष शर्मा, डा. विनोद को टीबी नोटिफिकेशन करने के लिए सम्मानित किया। बैठक में डा. रमेश, डा. डीपी जैन, डा. सुरेश जैन व अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।