बिना लाइसेंस व डिग्री के चल रहा था क्लीनिक

शहर के भिवानी रोड पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बिना लाइसेंस के चल रहे क्लीनिक पर छापेमारी की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Jul 2020 09:18 AM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 09:18 AM (IST)
बिना लाइसेंस व डिग्री के चल रहा था क्लीनिक
बिना लाइसेंस व डिग्री के चल रहा था क्लीनिक

जागरण संवाददाता, जींद : शहर के भिवानी रोड पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बिना लाइसेंस के चल रहे क्लीनिक पर छापेमारी की। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब क्लीनिक के संचालक से डिग्री मांगी तो वह भी नहीं दिखा पाया। वर्ष 2016 में भी बिना लाइसेंस व डिग्री के क्लीनिक चलाने का मामला दर्ज किया था और फिलहाल अदालत में वह मामला विचाराधीन था। अदालत से जमानत पर आने के बाद फिर से भिवानी रोड पर क्लीनिक खोला हुआ था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया।

सिविल सर्जन कार्यालय में शिकायत मिली थी कि भिवानी रोउ पर एक क्लीनिक बिना लाइसेंस व डिग्री के चल रहा है। सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह ने डिप्टी सिविल सर्जन डा. प्रभू दयाल को जांच के आदेश दिए थे। इस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की। जब विभाग की टीम वहां पर पहुंची एक महिला को दाखिल किया हुआ था और उसका उपचार किया जा रहा था। इसके बाद अस्पताल के संचालक अनिल कुमार से क्लीनिक चलाने का लाइसेंस मांगा, लेकिन वह भी नहीं दिखा पाया। इसके बाद उससे डाक्टर करने के लिए डिग्री मांगी तो वह भी नहीं दिखा पाया। इस दौरान अनिल कुमार ने बताया कि क्लीनिक चलाने के लिए बीएमएस डाक्टर को रखा हुआ है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उस डाक्टर से संपर्क करके मौके पर बुलाया। जहां पर उस डाक्टर ने बताया कि वह अप्रैल माह में यहां पर आया था और नौ जून के बाद यहां पर नहीं आया और न ही किसी का इलाज किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लीनिक से रिकार्ड को देखा तो वहां पर 15 मरीजों के इलाज की पर्ची मिली और क्लीनिक के अंदर ही काफी दवाइयां बरामद की। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया।

डिप्टी सिविल सर्जन डा. प्रभू दयाल ने बताया कि क्लीनिक बिना लाइसेंस व डिग्री के चल रहा था। क्लीनिक को सील करके उसके रिकार्ड को कब्जे में लिया है और उसकी जांच की जा रही है।

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