डीआइटीएस कर्मचारियों पर ग्रेडिग सिस्टम लागू, परफोर्मेंस पर हर माह मिलेगा ग्रेड
सरकारी दफ्तरों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता एवं कार्यकुशलता को बढ़ावा देने के लिए डीसी नरेश नरवाल ने डीआइटीएस के तहत काम कर रहे कर्मचारियों पर ग्रेडिग सिस्टम लागू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, जींद: सरकारी दफ्तरों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता एवं कार्यकुशलता को बढ़ावा देने के लिए डीसी नरेश नरवाल ने डीआइटीएस के तहत काम कर रहे कर्मचारियों पर ग्रेडिग सिस्टम लागू कर दिया है। जिला प्रौद्योगिकी समिति में सेवारत कंप्यूटर आपरेटर, जूनियर प्रोगामर एवं अन्य तकनीकी स्टाफ की कुशलता को समय-समय पर आंका जाएगा। कोई कर्मचारी लगातार तीन बार सी ग्रेड में रहता है, तो उसकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी।
डीआईटीएस के चेयरमैन एवं डीसी नरेश नरवाल ने सोमवार को इस बारे में आदेश भी जारी कर दिया। इन आदेशों में कहा कि कई विभागों, एनआईसी व सरल केंद्रों में काम कर रहे जूनियर प्रोगामर, कंप्यूटर आपरेटर एवं मल्टी टास्किग स्टाफ की हर माह परफोर्ममेंस की रिपोर्ट ली जाएगी। सभी विभागीय मुखियाओं को उनके कार्यालय में काम कर रहे डीआइटीएस कर्मचारियों की कार्यकुशलता व प्रदर्शन के आधार पर ग्रेड लगाकर डीसी कार्यालय को भिजवाना होगा। ग्रेड के बगैर किसी कर्मचारी का मानदेय नहीं दिया जाएगा। डीसी ने आदेश में कहा है कि हर कर्मचारी को ए, बी और सी ग्रेड दिया जाएगा। कोई कर्मचारी सही ढंग से काम नहीं कर रहा है तो उसको अपने काम में सुधार लाने या किसी प्रशिक्षण की आवश्यकता है तो ट्रेनिग देने का मौका दिया जाएगा। इसके बावजूद कोई अपनी कार्य करने की क्षमता में सुधार नहीं कर रहा है और एक वित्तीय वर्ष में वह लगातार तीन बार सी ग्रेड प्राप्त करता है तो उसकी सेवाएं अपने आप समाप्त समझी जाएंगी।
डीसी ने कहा कि इस आदेश के लागू करने का मकसद यही है कि डीआईटीएस कर्मचारी अच्छा और बेहतर काम करके दिखाएं, जिससे कि जिला प्रशासन का हर विभाग अपडेट तथा चुस्त-दुरूस्त रहे।