खराब फसलों का 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दे सरकार : सुशील गुप्ता

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता ने जुलाना क्षेत्र के जलभराव वाले खेतों का दौरा किया और सरकार से 50 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देने की मांग की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 09:30 AM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 09:30 AM (IST)
खराब फसलों का 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दे सरकार : सुशील गुप्ता
खराब फसलों का 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दे सरकार : सुशील गुप्ता

संवाद सूत्र, जुलाना : आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता ने जुलाना क्षेत्र के जलभराव वाले खेतों का दौरा किया और सरकार से 50 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देने की मांग की। सुशील गुप्ता ने पौली, हथवाला, शादीपुर, किलाजफरगढ़, अकालगढ़, बुढ़ा खेड़ा, गतौली सहित दर्जनों गांवों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के हितों की कोई परवाह नही कर रही है। जुलाना क्षेत्र में हजारों एकड़ फसल जलभराव से खराब हो चुकी है। लेकिन अभी तक सरकार और प्रशासन ने गिरदावरी करवाना भी उचित नहीं समझा है। एक ओर तो किसानों की फसल खराब हो चुकी है। दूसरी ओर आने वाली फसल की बिजाई भी नहीं हो पाएगी। किसान को दोहरी मार से होकर गुजरना पड़ रहा है। जल्द पानी निकासी की व्यवस्था हो और स्थाई समाधान किया जाए। इस मौके पर उनके साथ जिला प्रधान लाभ सिंह, हलकाध्यक्ष विरेंद्र आर्य, कुलबीर लाठर, धर्मबीर, रामसिंह, लहणा सिंह, राज सिंह मलिक मौजूद रहे।

हलके के लोगों के संपर्क में हूं, दूर कर रहा हूं समस्याएं: सुरजाखेड़ा

नरवाना : जेजेपी विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने कहा कि किसान आंदोलन के कारण वे हलके में नहीं पहुंच पा रहे हैं, लेकिन हलके के लोगों से संपर्क बनाए हुए हैं। कई गांवों की पंचायतों ने उनसे संपर्क साधकर अपनी समस्याओं से अवगत करवाया है। उनकी समस्याओं का तुरंत संज्ञान लेते हुए प्रशासनिक अधिकारियों से फोन पर बात करते हैं और उन्हें आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश देते हैं। हलके के गांवों में भारी बारिश से जलभराव की बात हो, कपास में गुलाबी सुंडी का प्रकोप या फिर मंडियों में किसानों की खरीद संबंधी कोई समस्या हो, उन्होंने समय रहते समाधान करवाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से बात करके नरवाना के केएम राजकीय महाविद्यालय में एमए हिदी व एमकाम की कक्षाएं शुरू करवाने के लिए रास्ता तैयार किया है, जिससे क्षेत्र के युवाओं को दूरदराज के कालेजों या विश्वविद्यालयों में नहीं जाना पड़ेगा और उन्हें पैसे की भी बचत रहेगी। संसू

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