बरसात से नगूरां परचेज सेंटर पर सरकारी खरीद हुई बंद

बरसात के चलते सोमवार को नगूरां परचेज सेंटर पर पीआर धान की सरकारी खरीद शुरू नहीं हो सकी। किसानों ने रोष जताया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 08:45 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 08:45 AM (IST)
बरसात से नगूरां परचेज सेंटर पर सरकारी खरीद हुई बंद
बरसात से नगूरां परचेज सेंटर पर सरकारी खरीद हुई बंद

संवाद सहयोगी, अलेवा: बरसात के चलते सोमवार को नगूरां परचेज सेंटर पर पीआर धान की सरकारी खरीद शुरू नहीं हो सकी। जिसके चलते सेंटर पर धान लेकर पहुंचे किसानों को अपनी फसल की रखवाली करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। नगूरां परचेज सेंटर पर धान की फसल लेकर पहुंचे किसानों ने बताया कि रविवार से केंद्र पर धान की सरकारी खरीद बंद होने से किसानों को दो दिनों से सेंटर पर बैठकर रखवाली करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। जिसके कारण उनको मानसिक तथा आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एजेंसी के अधिकारी बरसात के चलते धान की फसल में नमी की बात कहकर खरीद करने से मना कर रहे हैं। किसानों ने धान की फसल को बचाने के लिए सेंटर पर शेड बनवाने की मांग की है, ताकि किसानों को बरसात आदि के दिनों में किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

नमी कम होते ही शुरू कर देंगे खरीद: निरीक्षक

परचेज सेंटर नगूरां एफसीआइ के निरीक्षक कप्तान ने बताया कि बरसात के चलते रविवार से पीआर धान की खरीद बंद है। फिलहाल धान की फसल में नमी ज्यादा है। फसल के सूखते ही नमी के कम होने पर तुरंत खरीद का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल खरीद धान का उठान का कार्य शुरू करवा दिया है।

खापड़ व छातर के युवाओं ने शुरू किया धरना

जागरण संवाददाता, जींद: गांव खापड़ व छातर के युवाओं ने सोमवार को लघु सचिवालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। धरने पर बैठे दिनेश ने बताया कि खापड़ गांव में 27 अगस्त को नाबालिग बच्चे की पिटाई करने वाले 10 आरोपितों में से अभी तक तीन की गिरफ्तारी हुई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए तीन बार प्रदर्शन कर चुके हैं। इसी तरह गांव छातर में दो युवकों के बीच विवाद में अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसलिए दोनों गांव के पीड़ितों ने मिलकर लघु सचिवालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है। दिनेश खापड़ ने बताया कि दोनों मामलों की आरोपितों की गिरफ्तारी होने तक धरना जारी रहेगा। गांव खापड़ से पीड़ित बच्चे के परिवार के अलावा दिनेश, अनिल, नरेश, विक्रम और छात्तर गांव से गुरमीत, नरेश, विजय, सतपाल, सुशील और रोहतास धरने पर बैठे।

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