तीन कृषि सुधार कानूनों को किसानों पर थोप रही है सरकार: कपूर सिंह

अखिल भारतीय किसान सभा सीआइटीयू बिजली कर्मचारी यूनियन तथा अन्य किसान संगठनों के सदस्यों ने आंदोलनकारी किसानों के लिए जींद शुगर मिल के सामने लंगर लगाया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:20 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:20 AM (IST)
तीन कृषि सुधार कानूनों को किसानों पर थोप रही है सरकार: कपूर सिंह
तीन कृषि सुधार कानूनों को किसानों पर थोप रही है सरकार: कपूर सिंह

जींद: अखिल भारतीय किसान सभा, सीआइटीयू, बिजली कर्मचारी यूनियन तथा अन्य किसान संगठनों के सदस्यों ने आंदोलनकारी किसानों के लिए जींद शुगर मिल के सामने लंगर लगाया। लंगर संचालक कमेटी सदस्य कपूर सिंह ने बताया कि पिछले आठ महीनों से हर रविवार को धनखड़ी गांव से रामनिवास, शमशेर, सत्ता, बलजीत, चाभ सिंह, गोविदा आदि गांव वालों के नेतृत्व में व गांव की महिलाओं के सहयोग से रोटियां, दूध व लस्सी लंगर में पहुंचाई जा रही हैं। धनखड़ी गांव से लंगर पर दो टब रोटियां, 50 लीटर दूध, 40 लीटर लस्सी किसान लंगर पर पहुंचाई। इसके साथ- साथ आरा मार्केट जींद के सरदार रतन सिंह, राजू लोहान, सरदार पिटू, मनमोहन सिंह व जोगेंद्र जांगड़ा ने भी लंगर में सहयोग दिया। इस रामफल जुलानी व बलदेवा जुलानी वालंटियर के तौर पर निस्वार्थ भाव से सेवा दे रहे हैं। कपूर सिंह ने बताया कि सरकार तीन कृषि सुधार कानूनों को किसानों पर थोप रही है। इससे किसान किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगा।

साक्षरता आज की सबसे बड़ी जरूरतों में से एक : राजेश वशिष्ठ

जासं, जींद: पहला कदम फाउंडेशन ने विश्व गरीबी उन्मूलन दिवस पर झुग्गी झोपड़ियों व भट्टों पर जाकर जागरूक करने के उद्देश्य से माता पिता और बच्चों से गरीबी दूर करने को लेकर बातचीत की। बच्चों को पुस्तकें वितरित की। पहला कदम फाउंडेशन के चेयरमैन राजेश वशिष्ठ ने कहा कि साक्षरता आज की सबसे बड़ी जरूरतों में से एक है। गरीबी हटाने के लिए विश्व गरीबी उन्मूलन दिवस प्रति वर्ष 17 अक्टूबर को गरीबी, हिसा और भूख के बारे में विश्व स्तर पर जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है।

संस्था फाउंडर रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि गरीबी दूर करने में प्राथमिक शिक्षा और प्राथमिक स्वास्थ्य का अहम रोल होता है, इसलिए हमारा लक्ष्य बच्चों की शिक्षा है। इस मौके पर गौरव, एडवोकेट मनोज शर्मा, एडवोकेट विजय शर्मा, अमित, कृष्ण व दुष्यंत मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी