धान की सीधी बिजाई पर किसानों को मिलेंगे पांच हजार रुपये प्रति एकड़
जिले में दो हजार एकड़ में धान की सीधी बिजाई का लक्ष्य जागरण संवाददाता जींद किसान धान की
जिले में दो हजार एकड़ में धान की सीधी बिजाई का लक्ष्य
जागरण संवाददाता, जींद : किसान धान की सीधी बिजाई कर कम पानी अच्छा उत्पादन ले सकते हैं। जल संरक्षण के लिए जिले में दो हजार एकड़ में धान की सीधी बिजाई का लक्ष्य रखा गया है। योजना के तहत धान की सीधी बिजाई करने वाले किसान को सरकार की तरफ से पांच हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जाएगा। एक किसान अधिकतम ढाई एकड़ तक इस योजना का लाभ ले सकता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान को धान की बिजाई के तुरंत बाद अपना पंजीकरण मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर करना होगा। जिले में करीब 1.40 लाख हेक्टेयर में धान की फसल की रोपाई होती है। धान की रोपाई में पानी का खर्च ज्यादा है। सरकार और कृषि विभाग किसानों को धान की सीधी बिजाई के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। जिला कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डा. सुरेंद्र मलिक ने बताया कि जिले में गिरते भू-जल स्तर को देखते हुए कृषि विभाग किसानों को धान की सीधी बिजाई करने की सलाह दे रहा है। प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से किसानों को धान की सीधी बिजाई के प्रति जागरूक किया जा रहा है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार धान की सीधी बिजाई से न केवल फसल पर लागत कम होगी। बल्कि समय व धन की बचत के साथ उत्पादन भी अधिक होता है। उन्होंने बताया कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण के बाद किसानों के खेतों का भौतिक सत्यापन कृषि विकास अधिकारी, पटवारी, नंबरदार व संबंधित किसान द्वारा किया जाएगा। इसलिए किसानों से अनुरोध है कि जल संरक्षण के लिए धान की सीधी बिजाई को बढ़ावा दें। योजना का लाभ लेने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाएं। अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय से संपर्क करें।