मांगों को लेकर किसानों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने तहसील कार्यालय में तीन घंटे तक धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया। किसानों ने मांगों को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की तुरंत प्रभाव से बर्खास्तगी और गिरफ्तारी होनी चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 11:52 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 11:52 PM (IST)
मांगों को लेकर किसानों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
मांगों को लेकर किसानों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

संवाद सूत्र, जुलाना: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने तहसील कार्यालय में तीन घंटे तक धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया। किसानों ने मांगों को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की तुरंत प्रभाव से बर्खास्तगी और गिरफ्तारी होनी चाहिए।

किसानों ने कहा कि मंत्री के बेटे ने लखीमपुर खीरी में किसानों के उपर जानबूझकर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे कई किसानों की मौत हो गई। सरकार किसानों के साथ अन्याय कर दी है। किसान कृषि कानूनों के विरोध में लगातार 11 महिने से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन अभी तक सरकार ने किसानों की कोई सुध नही ली है। सरकार किसानों के आंदोलन को दबाना चाहती है, लेकिन किसान आंदोलन दिन प्रतिदिन और मजबूत हो रहा है। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र ढांडा, खंड प्रधान पवन करसोला, जुलाना बारहा खाप के कार्यकारी प्रधान बसाऊ लाठर, ढांडा खाप के प्रदेश प्रधान नरेश ढांडा, टीकरी बार्डर कमेटी सदस्य कुलदीप ढांडा, विरेंद्र आर्य, नरेंद्र लाठर, सूरजमल नैन आदि किसान मौजूद रहे। लखीमपुर खीरी प्रकरण में आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

जागरण संवाददाता, जींद : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आंदोलनकारी किसानों ने प्रदर्शन करते हुए नगराधीश दर्शन यादव को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। पहले 11 बजे लघु सचिवालय के बाहर एकत्रित हुए और दोपहर दो बजे वहां से प्रदर्शन करते हुए डीसी कार्यालय पहुंचे। किसान नेता सतबीर पहलवान बरसोला ने कहा कि लखीमपुर खीरी में सोची समझी साजिश के तहत किसानों को मौत के घाट उतारा गया। आरोपित टोनी मिश्रा को सरकार ने पकड़ तो लिया है, लेकिन वहां पर उसे वीआइपी सुविधा दी जा रही है। वहीं गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का इस्तीफा हो। जब तक आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, किसान पीछे नहीं हटेंगे। डीएपी खाद किसानों को जल्द उपलब्ध कराया जाए। सरकार की मंशा बुजुर्गों की काटने की है। जिसे सहन नहीं किया जाएगा। महिला किसान नेता व खरकरामजी गांव की निवर्तमान सरपंच कविता ने कहा कि उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कौन सा काम किसानों के हित में किया है। ऐलनाबाद उप चनुाव में दुष्यंत चौटाला को नहीं जाना चाहिए था। किसान पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि वह ऐलनाबाद उपचुनाव में भाजपा व उसकी सहयोगी पार्टी के नेता व उम्मीदवार का विरोध करेंगे। किसान वर्ग जाग चुका है और युवा भी आंदोलन में आगे आ रहे हैं।

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