उचाना उपमंडल कार्यालय में आज से अनिश्चितकालीन धरना देंगे किसान, मजदूर

गुलाबी सुंडी से खराब हुई फसल की गिरदावरी नहीं करने के विरोध में वीरवार को किसान मजदूर ट्रैक्टर-ट्रालियों वाहनों के साथ उपमंडल कार्यालय पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:55 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 06:55 AM (IST)
उचाना उपमंडल कार्यालय में आज से अनिश्चितकालीन धरना देंगे किसान, मजदूर
उचाना उपमंडल कार्यालय में आज से अनिश्चितकालीन धरना देंगे किसान, मजदूर

संवाद सूत्र, उचाना: गुलाबी सुंडी से खराब हुई फसल की गिरदावरी नहीं करने के विरोध में वीरवार को किसान, मजदूर ट्रैक्टर-ट्रालियों, वाहनों के साथ उपमंडल कार्यालय पहुंचे। मेन गेट के बाहर सतबीर शर्मा कसूहन की अध्यक्षता में केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और एसडीएम डा. राजेश कोथ को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने कहा कि जब तक मांगों को नहीं माना जाता, तब तक उपमंडल कार्यालय में किसान, मजदूर अनिश्चितकालीन धरना देंगे।

भाकियू चढूनी ग्रुप के आजाद पालवां, किसान सभा जिला प्रधान रोहताश नगूरां, सूबेदार बलबीर बड़ौदा ने कहा कि गुलाबी सुंडी से इस बार कपास की फसल खराब हो चुकी है। किसानों द्वारा खेतों में खड़ी कपास की फसल की जुताई भी सरसों की बिजाई के लिए कर दी है। अब तक सरकार द्वारा गुलाबी सुंडी से खराब हुई फसल की गिरदावरी नहीं की जा रही है। इसको लेकर डीसी, एसडीएम, तहसीलदार को कई बार ज्ञापन दिए जा चुके हैं। किसान पटवारी के पास जाते हैं तो कहते हैं कि उनके पास सिर्फ जलभराव से खराब हुई फसल की गिरदावरी करने का पत्र आया हुआ है। गुलाबी सुंडी से खराब हुई फसल की गिरदावरी भी सरकार करवा कर किसानों को 50 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दे।

इसके अलावा मंडी में पीआर धान की नमी के नाम पर किसानों को परेशान किया जा रहा है। जिस किसान की पीआर बिक जाती है, उसको बारदाना न मिलने से परेशानी होती है। कई किसान तो 15-15 दिनों से अपनी फसल बिकने के इंतजार में मंडी में बैठे हैं। यहां से किसान फसल को ट्राली में दूसरी जगह बेचने के लिए भी लेकर जाने लगे हैं। मजदूरी की मजदूरी को इस सीजन में घटा दिया है, उसको बढ़ाया जाए ताकि मजदूर अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकें। किसान को उसकी डिमांड के हिसाब से डीएपी दिया जाए, पीआर धान की खरीद में नमी के नाम पर किसान को परेशान करना बंद किया जाए, नहीं तो मार्केट कमेटी कार्यालय में चारपाई बिछा कर धरना देने पर मजबूर होंगे। इस मौके पर महिला प्रधान सिक्किम सफा खेड़ी, दिलबाग घोघड़िया, बलिद्र उचाना, एडवोकेट मनोज श्योकंद, प्रताप अलेवा, अनिल बैनीवाल, पाला बड़ौदा, वेदप्रकाश शर्मा, अमरजीत खटकड़, धर्मबीर सुदकैन, लीला सेढ़ा माजरा, हर नारायण घोघड़िया, रामनिवास धनखड़ी, मा. बलबीर सिंह रमेश कामरेड, ज्ञानी राम कामरेड मौजूद रहे।

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