आरोपित पेगां पैक्स प्रबंधक को बहाल करने पर सहायक रजिस्ट्रार से उलझे किसान

पेगां पैक्स में घोटाले के मामले में संडील गांव के पीड़ित किसानों ने लघु सचिवालय में जमकर बवाल काटा। किसानों ने आरोपित कर्मचारी रोशनलाल को बगैर जांच पूरी हुए बहाल करने पर सहकारी समिति सहायक रजिस्ट्रार वीरेंद्र कौशिक को खूब खरी-खोटी सुनाई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 07:20 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 07:20 AM (IST)
आरोपित पेगां पैक्स प्रबंधक को बहाल करने पर सहायक रजिस्ट्रार से उलझे किसान
आरोपित पेगां पैक्स प्रबंधक को बहाल करने पर सहायक रजिस्ट्रार से उलझे किसान

जागरण संवाददाता, जींद : पेगां पैक्स में घोटाले के मामले में संडील गांव के पीड़ित किसानों ने लघु सचिवालय में जमकर बवाल काटा। किसानों ने आरोपित कर्मचारी रोशनलाल को बगैर जांच पूरी हुए बहाल करने पर सहकारी समिति सहायक रजिस्ट्रार वीरेंद्र कौशिक को खूब खरी-खोटी सुनाई। किसानों ने कहा कि आरोपित कर्मचारी उनका जानकार है, इसलिए उसे बहाल किया गया है।

किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने के लिए गाड़ी में सवार होकर रजाई व बिस्तरे साथ लेकर पहुंचे थे। लघु सचिवालय के अंदर जाने से पहले सिविल लाइन थाना पुलिस तथा अलेवा पुलिस ने किसानों को रोक लिया और सहायक रजिस्ट्रार को बुलाने की बात कही। काफी देर तक सहायक रजिस्ट्रार नहीं आए तो किसान लघु सचिवालय पहुंच गए। यहां पर पहले से पुलिस बल तैनात किया गया था। किसानों ने सहायक रजिस्ट्रार से जवाब मांगा कि दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बहाल किया जा रहा है। न्याय के लिए वे डेढ़ साल से भटक रहे हैं। उनके बैंक खातों से जो पैसे पेगां पैक्स के कर्मचारियों ने धोखाधड़ी कर निकलवाए थे, उन पैसों की रिकवरी अब तक नहीं हुई। इस कारण किसान बैंक के डिफाल्टर बने हुए हैं और उन्हें खाद तक नहीं मिल रही। एसडीएम ने किसानों को नो ड्यूज दिलाने को कहा

सहायक रजिस्ट्रार किसानों को मनाने का प्रयास करते रहे, लेकिन किसान नहीं माने। उसके बाद एसडीएम राजेश कुमार वहां पहुंचे और किसानों से पूरा मामला जान कर सहायक रजिस्ट्रार को आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा उनसे पैसे की रिकवरी कर किसानों को नो ड्यूज दिलाने के आदेश दिए। सहायक रजिस्ट्रार ने किसानों को आश्वासन दिया कि बहाल किए गए प्रबंधक रोशनलाल को पेगां पैक्स में नियुक्ति नहीं दी जाएगी। साथ ही जो जांच चली हुई है, उसमें तेजी लाई जाएगी। किसानों को उनके गांव में खाद उपलब्ध कराया जाएगा। अगर कर्मचारी पैसे जमा नहीं कराते हैं, तो उनकी संपत्ति जब्त की जाएगी। जल्द कार्रवाई के आश्वासन के बाद किसान शांत हुए और वापस घर लौटे। आरोपित प्रबंधक को बहाल करने से बिफरे किसान

गौरतलब है कि साल 2019 में पेगां पैक्स में गोलमाल कर किसानों के खाते से पैसे निकालने का मामला सामने आया था। इस मामले में पेगां पैक्स के प्रबंधक रोशनलाल समेत चार कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया था। उन्हें सहायक रजिस्ट्रार द्वारा की गई जांच में दोषी ठहराया गया था। अब सस्पेंड किए गए प्रबंधक रोशनलाल को बहाल कर दिया गया और उनसे किसानों की हड़पी गई राशि की रिकवरी भी नहीं की गई। इससे नाराज होकर किसान शुक्रवार को किसान लघु सचिवालय में अनिश्चितकालीन धरना देने पहुंचे थे। रिकवरी कर एक महिला कर्मी को किया बहाल

धरना देने पहुंचे किसानों से बात करने के लिए सहायक रजिस्ट्रार वीरेंद्र कौशिक पहुंचे। उनके साथ किसानों की खूब तू-तड़ाक हुई। मामला काफी गरमा गया। काफी संख्या में पुलिस कर्मी भी तैनात रहे। किसानों ने कहा कि किसान इंद्र सिंह के खाते से 70 हजार रुपये की राशि निकाली गई थी। इस मामले में एक महिला कर्मी को दोषी ठहराया गया। उक्त महिला कर्मी को पैसे की रिकवरी के बाद बहाल कर दिया गया। उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। पिछले डेढ़ साल से उन्हें खाद नहीं मिली है। केवल 22 की हुई जांच, 161 बकाया, जानबूझकर खींचा जा रहा मामला

गांव संडील के किसानों का नेतृत्व कर रहे बलजीत ने बताया कि इस मामले की जांच एसआइटी कर रही है। अभी तक 22 मामलों की जांच हुई है। जिन चेक पर हस्ताक्षर सही थे, केवल उन्हीं की जांच की गई। जिन चेक पर फर्जी हस्ताक्षर थे, उनकी जांच नहीं की गई। पेगां पैक्स में पिछले 10-12 साल से घोटाला चल रहा है। अगर साल 2011 से सभी खातों की जांच कर हस्ताक्षरों व अंगूठों का मिलान करवाया जाए, तो बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आएगा। अनपढ़ किसानों के नाम के भी हस्ताक्षर कर ऋण लिया हुआ है।

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