20 दिन में फायर एनओसी नहीं ली तो सील होंगी औद्योगिक इकाइयां

जिले में जिन औद्योगिक इकाइयों और फैक्ट्रियों के पास फायर विभाग से ली गई एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) नहीं है उनके लिए केवल 20 दिन का समय है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Jan 2020 07:20 AM (IST) Updated:Sun, 19 Jan 2020 07:20 AM (IST)
20 दिन में फायर एनओसी नहीं ली तो सील होंगी औद्योगिक इकाइयां
20 दिन में फायर एनओसी नहीं ली तो सील होंगी औद्योगिक इकाइयां

प्रदीप घोघड़ियां, जींद

जिले में जिन औद्योगिक इकाइयों और फैक्ट्रियों के पास फायर विभाग से ली गई एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) नहीं है, उनके लिए केवल 20 दिन का समय है। आठ फरवरी तक फायर विभाग से एनओसी नहीं ली तो फैक्ट्री और औद्योगिक इकाई को सील कर दिया जाएगा। फिलहाल 100 से ज्यादा फैक्ट्री और औद्योगिक इकाई ऐसी चल रही हैं, जिनके पास एनओसी नहीं है। इसके अलावा फायर एंड सेफ्टी विभाग द्वारा कोचिग सेंटर संचालकों को भी कहा गया है, जल्द फायर सेफ्टी उपकरण और एनओसी नहीं ली गई तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।

पिछले साल गुजरात राज्य के सूरत के कोचिग सेंटर में आगजनी की घटना के बाद प्रदेश सरकार की नींद टूटी थी और सरकार ने सभी फैक्ट्रियों और औद्योगिक इकाइयों, कोचिग सेंटरों को फायर सेफ्टी उपकरण लगाने और एनओसी लेने के लिए कहा था। स्थानीय स्तर पर विभागों ने संस्थानों को नोटिस जारी किए लेकिन कुछ दिनों के बाद ही मामला ठंडा पड़ गया था। इसके बाद पिछले दिनों दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में हुई आगजनी की घटना के बाद फिर से नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की गई। इस बार जिला उपायुक्त ने श्रम विभाग, फायर सेफ्टी विभाग और जिला उद्योग केंद्र के अधिकारियों की तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। इस टीम में शामिल फायर विभाग से सुनील कुमार और दूसरे विभागों के अधिकारियों ने 5 दिनों तक जींद, जुलाना, उचाना, सफीदों व नरवाना में जाकर फैक्ट्रियों की जांच और सर्वे किया। 150 से ज्यादा फैक्ट्रियों के सर्वे में 100 से ज्यादा फैक्ट्रियों के पास फायर एनओसी नहीं मिली। कुछ उद्योगों में फायर उपकरण लगे मिले लेकिन इनके बारे में कर्मचारियों को पता ही नहीं था और कुछ में फायर सेफ्टी उपकरण भी लगे नहीं मिले। जिन फैक्ट्री संचालकों के पास एनओसी नहीं मिली, उन्हें 20 दिन का समय दे दिया गया है, जिसके बाद इन्हें सील करने की कार्रवाई शुरू दी जाएगी।

उचाना और जुलाना क्षेत्र में चल रही ज्यादा फैक्ट्रियां

उचाना और जुलाना क्षेत्रों में रिहायसी इलाकों में 70 से ज्यादा ऐसी फैक्ट्रियां चल रही है, जिनके पास न तो एनओसी है और न ही फायर सेफ्टी उपकरण। जींद शहर के रोहतक रोड और भिवानी रोड पर भी करीब 30 फैक्ट्रियां ऐसी चल रही हैं, जो रिहायसी इलाकों में हैं और नियमों को पूरा नहीं कर पा रही। नरवाना के औद्योगिक क्षेत्र में 40 से अधिक फैक्ट्रियों के पास एनओसी नहीं मिली थी। सफीदों में 30 हैचरी व पिट प्लांट चलाए जा रहे थे, जिनमें से केवल 10 के पास ही फायर विभाग से ली एनओसी मिली। इसके अलावा कुछ टायर फैक्ट्री भी जिले में बिना एनओसी के चल रही हैं।

कोचिग सेंटर संचालकों पर भी होगी कार्रवाई

प्रतिस्पर्धा की दौड़ के बीच जिदगी का रिस्क छिप गया है, क्योंकि डीआरडीए के सामने की हुडा मार्केट हो या कोर्ट के सामने का हुडा कांप्लेक्स, यहां जितने भी कोचिग सेंटर हैं, किसी के पास भी फायर विभाग से ली गई एनओसी नहीं है। तीन-तीन मंजिला भवनों में न तो फायर सेफ्टी के उपकरण हैं और न ही इमरजेंसी दरवाजे हैं। कायदे-कानूनों को ताक पर रख कोचिग सेंटर चलाए जा रहे हैं। अब इन कोचिग सेंटरों पर भी जल्द कार्रवाई होने जा रही है।

वर्जन

जिले में 150 से ज्यादा फैक्ट्रियों और औद्योगिक इकाइयों का सर्वे किया गया था, जिनमें से केवल 60 के पास ही फायर एनओसी मिली थी। बाकी सभी को नोटिस भेज एनओसी लेने का समय दिया गया है। अगले 20 दिनों में इन फैक्ट्री संचालकों ने एनओसी नहीं ली तो इनकी फैक्ट्री सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। कुछ फैक्ट्री संचालकों के एनओसी के लिए आवेदन भी आए हैं।

--सुनील कुमार, फायर सेफ्टी ऑफिसर, जींद

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