जींद में तेजी से फैल रहा डेंगू, दो दिन में पांच नए मरीज मिले

जींद में बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव होने के बाद डेंगू के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले दो दिन में जिले में डेंगू के पांच मामले सामने आ चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 09:15 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 09:15 AM (IST)
जींद में तेजी से फैल रहा डेंगू, दो दिन में पांच नए मरीज मिले
जींद में तेजी से फैल रहा डेंगू, दो दिन में पांच नए मरीज मिले

जागरण संवाददाता, जींद : बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव होने के बाद डेंगू के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले दो दिन में जिले में डेंगू के पांच मामले सामने आ चुके हैं। सितंबर माह में अब तक आठ डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन अलर्ट हो गया है। डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए नागरिक अस्पताल के नए भवन में अलग से वार्ड बनाया गया है और डेंगू पीड़ित मरीजों को वहां पर दाखिल किया गया है।स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए गए अभियान के दौरान बुखार पीड़ित के सैंपल लिए थे। इसमें सोमवार को आई रिपोर्ट में अर्बन एस्टेट का 82 वर्षीय एक महिला व जैन नगर जींद निवासी 14 वर्षीय बच्चा डेंगू पीड़ित मिला है। जबकि तीसरा डेंगू पीड़ित गुरुग्राम में रहता था और वहां पर बुखार होने के बाद जींद आकर उसने टेस्ट करवाए थे। जबकि रविवार को सफीदों में दो डेंगू के केस सामने आए थे। डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए डीसी नरेश नरवाल ने स्वास्थ्य विभाग को तेजी लाने के आदेश दिए हैं।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने चलाया जागरूकता अभियान

डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को शहर की कालोनियों में जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान टीम ने अर्बन एस्टेट, जैन, ओमनगर, सैनी मोहल्ला, रूपनगर में घर-घर जाकर डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, उल्टी दस्त व डायरिया रोकथाम के बारे में जागरूक किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घरों में कूलरों व पानी की टंकियो की जांच की। जांच के दौरान ओमनगर के मकान में भारी संख्या में डेंगू का लारवा भी मिला। जिसको स्वास्थ्य कर्मियों ने उसको तुरंत ही नष्ट कर दिया। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बुखार से पीड़ित मरीजों की खून के नमूने लेकर जांच के लिए लैब भेज दिए। स्वास्थ्य निरीक्षक राममेहर वर्मा ने बताया कि अभियान के दौरान लोगों को साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने की अपील और बताया कि जिस क्षेत्र मे साफ सफाई का ध्यान रखा जाएगा वहां पर डायरिया, उल्टी दस्त, पीलिया, मलेरिया,व डेंगू से बचा जा सकता है।

वर्ष 2015 में आए थे सबसे अधिक डेंगू के मामले

जिले में सबसे ज्यादा वर्ष 2015 में 668 डेंगू के मामले सामने आए थे। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियान से साल दर साल डेंगू का प्रकोप कम होता चला गया। विभाग की तरफ से सितंबर व अक्तूबर डेंगू के लिए पीक सीजन माना जाता है। डेंगू का मच्छर साफ पानी पर पनपता है। यह मौसम मच्छरों के पनपने लिए पूरी तरह से अनुकूल है। अब एक बार फिर से डेंगू ने दस्तक दी है तो स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। अब एक बार फिर डेंगू के मामले सामने आने पर विभाग ने अपने स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी है।

बुखार होने पर घबराने के बजाय कोरोना व डेंगू की जांच कराएं

डिप्टी सिविल सर्जन (मलेरिया) डा. तीर्थ बागड़ी बाने बताया कि बुखार होने पर घबराने की बजाय तुरंत कोरोना व डेंगू की जांच करवाएं। जिला में डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा हरसंभव उपाय किए जा रहे हैं। स्वास्थ्यकर्मी गांव-गांव व शहर की प्रत्येक कालोनी में जाकर लोगों को मौसमी बीमारियों के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं।

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