ग्रामीणों की मांग पूरी, दरोली में पहली बार पहुंची बस

नरवाना बस स्टैंड से परिवहन विभाग की बस पहली बार दरोली खेड़ा के साथ-साथ कई गांवों में कई सालों के बाद पहुंचने पर ग्रामीणों ने बस पहुंचने पर स्वागत किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Jan 2020 08:01 AM (IST) Updated:Thu, 09 Jan 2020 08:01 AM (IST)
ग्रामीणों की मांग पूरी, दरोली में पहली बार पहुंची बस
ग्रामीणों की मांग पूरी, दरोली में पहली बार पहुंची बस

संवाद सूत्र, उचाना : नरवाना बस स्टैंड से परिवहन विभाग की बस पहली बार दरोली खेड़ा के साथ-साथ कई गांवों में कई सालों के बाद पहुंचने पर ग्रामीणों ने बस पहुंचने पर स्वागत किया। बस के चालक रोहित, परिचालक आजाद का ग्रामीणों ने स्वागत भी किया। ग्रामीणों ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, डीसी, जीएम रोडवेज का आभार जताया और उन्होंने कहा कि इनके गांवों में कई सालों सरकारी बस सेवा बंद थी। इसको लेकर बार-बार मांग करते आ रहे थे। दरोली खेड़ा गांव में तो पहली बार सरकारी बस गांव से होकर गुजरी है। पुरानी है ग्रामीणों की बस चलाने की मांग

झील गांव के राजेश, कृष्ण, घसो कलां भूपेंद्र शर्मा, काला हलवाई, दरोली के कर्ण सिंह, सतबीर ने कहा कि सरकारी बस चलाने की मांग काफी सालों से कर रहे है। नरवाना बस स्टैंड से सरकार बस उनके गांव में आने पर ग्रामीणों ने फूल-मालाओं से चालक, परिचालक का स्वागत किया। ग्रामीणों को नरवाना, उचाना आने-जाने में फायदा होगा। स्कूल, कॉलेज में जाने वाले विद्यार्थियों को भी आने-जाने में फायदा होगा। दरोली गांव में तो पहली बार सरकारी बस इस रूट से पहुंची है। इस मौके पर जोरा डूमरखां, नसीब घसो, घसो कलां गांव के सरपंच प्रतिनिधि सुरेंद्र, दरोली गांव के सरपंच प्रतिनिधि छज्जू, प्रवीण श्योकंद, राहुल घसो, कृष्ण बच्ची मौजूद रहे। ये रहेगा रूट

सुबह 8 बजे बस नरवाना बस स्टैंड से चलेगी जो डूमरखां, झील, घसो, भगवानपुरा, दरोली खेड़ा, उचाना खुर्द होते हुए नए बस स्टैंड उचाना पहुंचेंगी। यहां से 9 बजकर 30 मिनट पर नरवाना के लिए इन्हीं गांवों से होते हुए गुजरेगी। नरवाना से दोबारा फिर इन्हीं गांवों के लिए 2 बजकर 30 मिनट पर चलेगी जो उचाना नए बस स्टैंड पर पहुंचेंगी। उचाना बस स्टैंड से 4 बजे फिर नरवाना के लिए इन्हीं गांवों से होकर गुजरेगी। दो गांव को रूट में जोड़ने की मांग

ग्रामीणों ने कहा कि इस रूट से उचाना खुर्द की बजाए दरोली गांव से सेढ़ा माजरा, खेड़ी मंसानिया को जोड़ा जाए, क्योंकि इन गांवों में भी बस नहीं जाती है। उचाना खुर्द में बरवाला रूट की बसों का आवागमन होता है। इसलिए इन दोनों गांव को इस रूट में जोड़ा जाए। दरोली गांव के बिल्कुल साथ लगते ये गांव है। एक हजार की बिकी टिकट

नरवाना से चल विभिन्न गांवों से होते हुए उचाना बस पहुंची। उचाना से होते हुए वापस नरवाना पहुंची। एक हजार रुपए की टिकट बस में बिकी। यह रूट पहली बार बना है।

आजाद, परिचालक

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