कल डीईईओ करेंगे निरीक्षण, आठवीं तक स्कूल खुले मिले तो दर्ज होगी एफआइआर
बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पहली से आठवीं तक के स्कूल बंद नहीं होंगे।
जागरण संवाददाता, जींद : बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पहली से आठवीं तक स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हुए हैं। लेकिन इसके बावजूद काफी निजी स्कूल आठवीं तक कक्षाएं लगा रहे हैं। सोमवार को निजी स्कूल संचालकों ने सरकार के फैसले का विरोध जताते हुए डीसी को ज्ञापन भी सौंपा था और स्कूल खोलने की अनुमति नहीं देने पर 15 अप्रैल को लघु सचिवालय में डेरा डालने की चेतावनी दी है। मंगलवार को भी कई स्कूल खुले थे। हालांकि खंड शिक्षा अधिकारियों की तरफ से आठवीं तक स्कूलों के बंद होने की रिपोर्ट दी गई और दावा किया गया कि कुछ स्कूल खुले थे, जिन्हें बंद करवा दिया गया था। बुधवार को आंबेडकर जयंती होने के चलते सरकार अवकाश है। 15 अप्रैल को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सदानंद वत्स खुद फील्ड में उतर कर स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। जिस स्कूल में पहली से आठवीं तक कक्षा लगी मिलेगी, उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। डीसी कार्यालय में एक अभिभावक की भी शिकायत आई है कि स्कूल वाले बच्चों को भेजने के लिए दबाव डालते हैं। शिकायत में स्कूल का नाम नहीं लिखा है। स्कूल का नाम शिकायत में ना लिखा होने के कारण कार्रवाई नहीं हो सकी। बच्चों को स्कूल ना भेजें अभिभावक : डीईईओ
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सदानंद वत्स ने बताया कि जो स्कूल आदेशों का पालन नहीं करेंगे। उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। अभिभावकों से भी अपील है, वे आठवीं कक्षा तक के बच्चों को स्कूल ना भेजें। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण सरकार ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रख कर स्कूल बंद करने का फैसला लिया है।