गली के साइकिल चलाने को लेकर हुए विवाद के चलते दंपती पर हमला
सफीदों की आदर्श कालोनी में गली में बच्चों द्वारा गली में साइकिल चलाने को लेकर हुई कहासुनी के चलते दंपती पर हमला कर दिया। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जागरण संवाददाता, जींद : सफीदों की आदर्श कालोनी में गली में बच्चों द्वारा गली में साइकिल चलाने को लेकर हुई कहासुनी के चलते दंपती पर हमला कर दिया। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
आदर्श कालोनी सफीदों निवासी कमला ने सफीदों शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके पति गोपी में घर में कपड़े की दुकान की हुई है। पांच नवंबर दोपहर को उसके भतीजे राकेश का सात वर्षीय बेटा सोमबीर गली में साइकिल चला रहा था। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाले एक किरायेदार के बच्चें ने साइकिल छीनने का प्रयास किया, लेकिन उसने लड़के को समझा बुझाकर घर भेज दिया था। थोड़ी देर के बाद मकान के पड़ोसी धीरज, गीता, उसके बेटे गौरव, सावन, गुड्डी, सुरेंद्र आए। जहां पर गीता ने आते ही उसकी दुकान के शीशे पर ईंट मारकर तोड़ दिया। जब उसका पति गोपी बाहर आया तो आरोपितों ने उस पर लाठी व डंडों से हमला कर दिया। जब शोर सुनकर वह मौके पर आई तो आरोपितों ने उस पर भी हमला कर दिया। बाद में पड़ोसियों ने बीच बचाव करके उसे छुड़वाया। दोनों घायलों को नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया। जहां से चिकित्सकों ने गोपी को पीजीआइ रोहतक रेफर कर दिया। पुलिस ने आदर्श कालोनी निवासी गीता, गौरव, सावन, गुड्डी, सुरेंद्र व एक अन्य महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, जींद : बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर के 65वें महापरिनिर्वाण दिवस पर गांव खरकगादिया, छात्तर व खापड़ के पीड़ितों ने रानी तालाब पर जाकर बाबा साहब को श्रद्धासुमन अर्पित किए और लघु सचिवालय के सामने धरनास्थल पर श्रद्धांजलि सभा की। उसके बाद धरना स्थल से लेकर एसपी निवास तक रोष प्रदर्शन करके आरोपितों की गिरफ्तारी न करवाने के विरोध में सरकार का पुतला फूंका। धरना संचालक दिनेश खापड़ ने बताया कि गांव खापड़ व छात्तर के अनुसूचित जाति समाज के लोगों पर अत्याचार किया गया। गांव खापड़ में तीन महीने और छात्तर में दो महीने दस दिन बीत गए अभी तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। दिनेश खापड़ ने बताया कि भाजपा और जजपा की गठबंधन सरकार में अनुसूचित जाति का शोषण लगातार जारी है। जब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।