इंतजार की घड़ी खत्म : बाएं हाथ की बाजू पर लगेगी कोरोना वैक्सीन, साढ़े 10 बजे सिविल सर्जन को पहला इंजेक्शन लगा होगी शुरुआत

शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सुबह साढ़े 10 बजे वैक्सीन लांच करते ही जिले में भी टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। दूसरे हेल्थ वर्कर्स में किसी तरह का डर न हो इसलिए पहला टीका सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह को लगाया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 06:20 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 06:20 AM (IST)
इंतजार की घड़ी खत्म : बाएं हाथ की बाजू पर लगेगी कोरोना वैक्सीन, साढ़े 10 बजे सिविल सर्जन को पहला इंजेक्शन लगा होगी शुरुआत
इंतजार की घड़ी खत्म : बाएं हाथ की बाजू पर लगेगी कोरोना वैक्सीन, साढ़े 10 बजे सिविल सर्जन को पहला इंजेक्शन लगा होगी शुरुआत

जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना को मात देने के लिए वैक्सीन के इंतजार की घड़ियां अब खत्म हो गई हैं। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सुबह साढ़े 10 बजे वैक्सीन लांच करते ही जिले में भी टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। दूसरे हेल्थ वर्कर्स में किसी तरह का डर न हो, इसलिए पहला टीका सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह को लगाया जाएगा। उसके बाद जींद के नागरिक अस्पताल, सेक्टर 8 स्थित पॉलीक्लीनिक और नरवाना में 300 हेल्थ कर्मियों को कोरोना वैक्सीन का इंजेक्शन लगाया जाएगा। इंजेक्शन बाएं हाथ की बाजू में लगाया जाएगा और यह मांसपेशीय इंजेक्शन (इंट्रामस्कुलर) होगा। वैक्सीन की डोज 0.5 एमएल की होगी। जिन भी स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाना है, उनके फोन पर शुक्रवार शाम तक मैसेज भेज दिए गए।

प्रथम चरण में वैक्सीनेशन के लिए जिले में कोरोना वैक्सीन की 10,540 डोज पहुंच चुकी हैं। शनिवार को वैक्सीनेशन की शुरुआत सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह, एमएस डा. गोपाल गोयल, डा. पालेराम कटारिया को कोरोना वैक्सीन का इंजेक्शन लगाकर की जाएगी। इन अधिकारियों को पहले कोरोना वैक्सीन इसलिए दी जा रही है, ताकि दूसरे कर्मियों के मन में जो डर और भ्रांतियां हैं, वे निकल जाएं और कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आएं। वैक्सीनेशन को लेकर स्पेशल जागरूकता पोस्टर भी तैयार किए गए हैं। वैक्सीनेशन सेंटरों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ेगी

वैक्सीनेशन का कार्य जिले में पहले पांच जगहों पर किया जाना था। लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग के निर्देश मिले हैं कि पहले तीन जगहों पर वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया जाए। दरअसल वैक्सीन आने के बाद लोगों में भ्रम व डर की स्थिति बन गई है। इसलिए सरकार चाह रही है कि इसे स्लो मोड में ले जाएं। ऐसा न हो कि सेंटर बढ़ा दिए जाएं और वैक्सीन लगवाने के लिए स्वास्थ्य कर्मी आगे न आएं, इससे वैक्सीन की वेस्टेज हो सकती है। धीरे-धीरे सेंटरों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। तीनों जगहों पर 100-100 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगेगी। एक व्यक्ति की वैक्सीनेशन में करीब 10 मिनट का समय लगेगा। उसके बाद आधे घंटे तक चिकित्सकों की देखरेख में रखा जाएगा। बाएं हाथ की बाजू पर 0.5 एमएल की डोज इंजेक्शन के जरिये लगाई जाएगी। 28 दिन के अंतराल पर लगेंगी दो डोज

हर स्वास्थ्य कर्मी को कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगेंगी। दोनों डोज के बीच 28 दिनों का अंतर होगा। कोरोना वैक्सीन का इंजेक्शन लगाने से पहले व्यक्ति की सहमति ली जाएगी। वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचकर पहले फोन पर भेजा गया मैसेज दिखाना होगा। उसके बाद सहमति पत्र भरना होगा। अगर वह टीका लगवाने के लिए सहमत है तो ही उसे टीका लगाया जाएगा। इस दौरान किसी भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए चिकित्सकों की टीम मौके पर मौजूद रहेगी। इसमें बेहोशी स्पेशलिस्ट, महिला रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ सहित अन्य चिकित्सक, स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ को शामिल किया गया है। जिन लोगों को कोरोना हो चुका है, उन्हें कोरोना नेगेटिव हुए 28 दिन बीत चुके हों, तभी टीका लगाया जाएगा। स्पेशल वैन से पहुंचेगी दवा : डा. नवनीत

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. नवनीत ने बताया कि जिला वैक्सीन स्टोर में दवा को सुरक्षित रखने के लिए आइएलआर व डी-फ्रीज लगे हुए हैं लेकिन स्टोर से वैक्सीनेशन प्वाइंट पर ले जाने के लिए और प्वाइंट पर रखने के लिए भी स्वास्थ्य विभाग ने अलग से इंतजाम किए हैं। स्टोर से प्वाइंट तक ले जाने के लिए स्पेशल वैन मंगाई गई है, जिनमें रखकर दवा प्वाइंट तक पहुंचाई जाएगी। कोरोना वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है।

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