जींद के सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य शुरू, नहीं रहेगा संकट

तीसरी लहर से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से काम कर रहा है। कोरोना की दूसरी लहर की तरह आक्सीजन संकट पैदा न हो इसलिए सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य सोमवार को शुरू हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 08:20 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 08:20 AM (IST)
जींद के सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य शुरू, नहीं रहेगा संकट
जींद के सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य शुरू, नहीं रहेगा संकट

जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से काम कर रहा है। कोरोना की दूसरी लहर की तरह आक्सीजन संकट पैदा न हो, इसलिए सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य सोमवार को शुरू हो गया। अगले 10 दिनों में प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा और उसके बाद आक्सीजन का उत्पादन शुरू हो जाएगा।

सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट स्थापित करने को लेकर सोमवार को एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अभिजीत की अगुआई में एक टीम ने अस्पताल का दौरा किया। टीम ने सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट के लिए कई साइट देखी। आक्सीजन प्लांट को लेकर नियम यह है कि आक्सीजन प्लांट अस्पताल के आक्सीजन डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर से 50 मीटर से ज्यादा दूरी पर नहीं हो और बिल्डिग से कम से कम पांच मीटर की दूरी पर जरूर हो। सिविल अस्पताल का आक्सीजन डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर पुरानी बिल्डिग के पुराने एक्सरे रूम के पास बनाया गया है। इन तमाम चीजों को देखते हुए सोमवार को एनएचएआइ अधिकारियों ने यह तय किया कि अस्पताल की नई और पुरानी बिल्डिग के बीच बनी गैलरी के साथ आक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाएगा।

डीआरडीओ देगा मशीनरी, एनएचएआइ बनाएगा ढांचा

सिविल अस्पताल में बनने वाले आक्सीजन प्लांट के लिए मशीनरी डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन) देगा। एनएचएआइ सिविल अस्पताल में आक्सीजन उत्पादन करने वाली मशीनरी के लिए ढांचा तैयार करेगा। प्लांट में बिजली की फिटिग लोक निर्माण विभाग की इलेक्ट्रिकल विग करेगी।

1000 लीटर प्रति मिनट क्षमता का होगा आक्सीजन प्लांट

सिविल अस्पताल में स्थापित होने वाला आक्सीजन उत्पादन प्लांट एक मिनट में 1000 लीटर आक्सीजन का उत्पादन करेगा। यह प्लांट शुरू हो जाने के बाद जींद के सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिग में कोरोना या दूसरे मरीजों के लिए आक्सीजन सिलेंडरों की कोई जरूरत नहीं रह जाएगी। नई बिल्डिग में पहले ही आटोमेटिक आक्सीजन प्लांट लगा हुआ है, जिससे पूरी बिल्डिग में आक्सीजन की आटोमेटिक सप्लाई होती है। इस प्लांट में पानीपत स्थित आइओसी की रिफाइनरी से आक्सीजन गैस टैंकर से लाकर भरी जाती है।

अगले 10 दिन में शुरू हो जाएगा आक्सीजन उत्पादन : डॉ. गोपाल

सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. गोपाल गोयल ने कहा कि एनएचएआइ अधिकारियों ने सोमवार को सिविल अस्पताल का दौरा कर यहां आक्सीजन उत्पादन प्लांट स्थापित करने की साइट को अंतिम रूप दिया। अधिकारियों ने कहा कि अगले 10 दिन में सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट स्थापित कर इसमें आक्सीजन का उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।

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