फसल के मुआवजे के लिए विभाग के पास पहुंची 1500 से ज्यादा शिकायतें

जींद में जिले में पिछले माह हुई तेज बारिश के कारण हजारों एकड़ फसल खराब हो गई। सबसे ज्यादा नुकसान कपास की फसल में हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Aug 2021 07:23 AM (IST) Updated:Thu, 12 Aug 2021 07:23 AM (IST)
फसल के मुआवजे के लिए विभाग के पास पहुंची 1500 से ज्यादा शिकायतें
फसल के मुआवजे के लिए विभाग के पास पहुंची 1500 से ज्यादा शिकायतें

जागरण संवाददाता, जींद : जिले में पिछले माह हुई तेज बारिश के कारण हजारों एकड़ फसल खराब हो गई। सबसे ज्यादा नुकसान कपास की फसल में हुआ है। फसल बीमा योजना के तहत क्लेम के लिए जिला कृषि विभाग कार्यालय में डेढ़ हजार से ज्यादा किसानों की एप्लीकेशन आ चुकी हैं। बुधवार को छात्तर गांव के किसानों ने गांव में फसलों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए शिकायत दी। किसान सुरेश, रामदिया नंबरदार, बुग्गा, नरेश, दलबीर, इंद्र ने बताया कि गांव में 80 फीसद तक कपास की फसल खराब हो गई है। फसल में प्रति एकड़ 15 से 20 हजार रुपये का खर्च हो चुका था। फसल खराब होने से प्रति एकड़ 40 से 50 हजार रुपये नुकसान हुआ है।

किसान सुरेश ने बताया कि उसके 12 एकड़ में कपास की फसल है। जिसमें से पांच एकड़ में फसल पूरी तरह से खत्म हो गई है। बाकी फसल में 50 से 60 फीसद तक नुकसान है। किसान कुलदीप ने 10 एकड़ जमीन ठेके पर ली हुई है। उसने कुल 15 एकड़ में कपास की फसल लगाई। उसकी आधे से ज्यादा फसल खराब हो गई है।

भाव में तेजी होने से अच्छी आमदनी की थी उम्मीद

किसानों ने बताया कि मार्केट में कपास का भाव प्रति क्विंटल साढ़े सात हजार रुपये चल रहा है। जिससे इस बार कपास की फसल का भाव ज्यादा मिलने से अच्छी बचत होने की उम्मीद थी। लेकिन बारिश ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। मजबूरी में खराब फसल की जुताई कर आगे सरसों की बिजाई करनी पड़ेगी। सरकार को बीमा योजना के तहत सही से नुकसान का आंकलन कर पूरा क्लेम देना चाहिए।

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