नगर परिषद 12 से बाजारों में अतिक्रमण हटाने का अभियान करेगी शुरू
त्योहारी सीजन में बाजारों में रौनक बढ़ेगी। जिससे दशहरे और दीवाली के मौके पर भीड़ ज्यादा होने के कारण बाजार में व्यवस्था ना बिगड़े इसके लिए नगर परिषद 12 अक्टूबर से अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू करेगी। बाजार में दुकान के आगे सड़क पर पीली पट्टी लगाकर निशानदेही की जा रही है। दुकानदारों को पीली पट्टी से पीछे सामान रखना होगा। जो दुकानदार पीली पट्टी से आगे सामान रखता है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और सामान जब्त किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, जींद : त्योहारी सीजन में बाजारों में रौनक बढ़ेगी। जिससे दशहरे और दीवाली के मौके पर भीड़ ज्यादा होने के कारण बाजार में व्यवस्था ना बिगड़े इसके लिए नगर परिषद 12 अक्टूबर से अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू करेगी। बाजार में दुकान के आगे सड़क पर पीली पट्टी लगाकर निशानदेही की जा रही है। दुकानदारों को पीली पट्टी से पीछे सामान रखना होगा। जो दुकानदार पीली पट्टी से आगे सामान रखता है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और सामान जब्त किया जाएगा।
गौरतलब है कि शहर में मेन बाजार, तांगा चौक, पालिका बाजार, बैंक रोड, गोहाना रोड पर दुकानदारों ने दुकानों के आगे सामान रख कब्जा किया हुआ है। उसके आगे गाड़ी और मोटरसाइकिल खड़ी रहती हैं। शहर थाना के पास व आसपास के एरिया में बाजार में सड़कों पर रेहड़ियां लगने की वजह से आने-जाने का रास्ता नहीं बचता। तीन साल पहले भी नगर परिषद ने बाजार में दुकानों के आगे पीली पट्टी लगाई थी। जिसके बाद दुकानदारों ने कुछ समय के लिए सामान बाहर सड़क पर रखना बंद कर दिया था। लेकिन उसके बाद दोबारा सड़क पर सामान रखना शुरू कर दिया। त्योहारी सीजन में दिक्कत और भी बढ़ जाती है। दुकानों के आगे सड़क पर दुकानदार चारपाई व तख्त डालकर सामान रखते हैं। जिससे पैदल भी निकलना मुश्किल हो जाता है।
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पीडब्ल्यूडी को भी करनी है निशानदेही
शहर में नगर परिषद के अलावा लोक निर्माण (पीडब्ल्यूडी) विभाग की भी सड़कें हैं। जिनमें सफीदों रोड, भिवानी रोड, रोहतक रोड, नरवाना रोड शामिल हैं। यहां भी दुकानों के आगे निशानदेही की जानी है। पीडब्ल्यूडी ने अभी तक निशानदेही का काम शुरू नहीं किया है।
--------------- अतिक्रमण हटाने का अभियान लगातार जारी रहेगा। दुकानदारों से अपील है कि सामान बाहर ना रखें। ताकि त्योहारी सीजन में बाजार में आने-जाने का रास्ता खुला रहे। इससे दुकानदारों को ही फायदा होगा।
सुशील कुमार, ईओ, नगर परिषद