नगर परिषद अधिकारियों के पास दूसरी जगह भी जिम्मा, कैसे होंगे समय पर काम
जींद नगर परिषद में टैक्स इंस्पेक्टर सहायक टाउन प्लानर और हेड ड्राफ्ट्समैन समेत काफी पद रिक्त हैं। वहीं ईओ एक्सईएन एमई जेई के पास भी एक से ज्यादा जगह का चार्ज है।
जागरण संवाददाता, जींद : नगर परिषद में टैक्स इंस्पेक्टर, सहायक टाउन प्लानर और हेड ड्राफ्ट्समैन समेत काफी पद रिक्त हैं। वहीं, ईओ, एक्सईएन, एमई, जेई के पास भी एक से ज्यादा जगह का चार्ज है। ऐसे में कार्यालय के काम प्रभावित हो रहे हैं। एक तरफ जहां सरकार राइट टू सर्विस (आरटीएस) के तहत निर्धारित समय में लोगों को सेवाएं देने के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर रही है। वहीं दूसरी तरफ रिक्त पदों को नहीं भरा जा रहा। प्रोपर्टी टैक्स जमा करने, प्रोपर्टी आइडी बनाने, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने जैसे महत्वपूर्ण कामों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई हुई है। टैक्स इंस्पेक्टर का पद छह माह से खाली है। उनका काम क्लर्क देख रहे हैं।
इन अधिकारियों के पास दूसरी जगह का भी चार्ज
-ईओ सुशील कुमार के पास नरवाना के साथ जींद नगर परिषद का अतिरिक्त चार्ज है।
-एक्सईएन सुमित मलिक के पास जींद के साथ नरवाना नगर परिषद का अतिरिक्त चार्ज है।
-एमई सुमित कुमार के पास नरवाना के साथ जींद नगर परिषद का अतिरिक्त चार्ज है।
-एमई भूपेंद्र अहलावत के पास जींद नगर परिषद के साथ उचाना नगरपालिका का अतिरिक्त चार्ज है।
-जेई हवासिंह के पास जींद के साथ टोहाना नगर परिषद का चार्ज है।
-अकाउंट आफिसर सुरेंद्र अरोड़ा के पास जींद, नरवाना के साथ और भी जगह का चार्ज है।
ये पद हैं खाली
नगर परिषद में सचिव और कार्यालय अधीक्षक का पद खाली है। वहीं अकाउंटस क्लर्क के दो में से एक पद खाली है। टैक्स इंस्पेक्टर, सहायक टाउन प्लानर और हेड ड्राफ्ट्समैन भी नहीं है। जमादा के आठ में से चार पद रिक्त हैं। ट्रैक्टर ड्राइवरों के तीनों पद रिक्त हैं। सफाई कर्मचारियों के 229 पद स्वीकृत हैं। जिनमें से 105 पद पर स्थाई नियुक्ति है। 124 कर्मचारी पालिका रोल पर रखे हुए हैं।
प्रोपर्टी आइडी से बढ़ा वर्कलोड
नगर परिषद में प्रोपर्टी आइडी ने काम और बढ़ा दिया है। प्रोपर्टी आइडी जारी करने के लिए फाइल पर टैक्स ब्रांच, पटवारी, जेई, एमई, एक्सईएन और ईओ की रिपोर्ट होती है। प्रतिदिन 20 से ज्यादा प्रोपर्टी आइडी की फाइल आती हैं। टैक्स इंस्पेक्टर का पद रिक्त होने और टैक्स ब्रांच में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के भरोसे होने की वजह से काफी दिक्कत आ रही है। लोगों की फाइलें तक गुम हो रही हैं। जिससे आवेदकों को बार-बार फाइल जमा करानी पड़ती है।
लोगों को समय पर सेवाएं उपलब्ध कराने का प्रयास : ईओ
ईओ सुशील कुमार ने बताया कि नियुक्तियां करने का मामला सरकार के स्तर का है। लेकिन फिर भी सेवाओं के मामले में नगर परिषद बेहतर काम कर ही है। आरटीएस के तहत सेवाएं लंबित नहीं हैं। सभी सेवाएं लोगों को समय पर देने का प्रयास है। इसमें और बेहतर हो, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। प्रोपर्टी आइडी समय पर बने, इसके लिए संबंधित सभी कर्मचारियों व अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है।