घर-घर जाकर बच्चों को खिलाई जाएंगी कृमिनाशक गोलियां

जींद आंगनबाड़ी केंद्रों में जाने वाले बच्चों तथा सरकारी व निजी स्कूलों दाखि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 06:55 AM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 06:55 AM (IST)
घर-घर जाकर बच्चों को खिलाई जाएंगी कृमिनाशक गोलियां
घर-घर जाकर बच्चों को खिलाई जाएंगी कृमिनाशक गोलियां

जागरण संवाददाता, जींद : आंगनबाड़ी केंद्रों में जाने वाले बच्चों तथा सरकारी व निजी स्कूलों दाखिला लेने वाले एक साल से 19 साल तक के विद्यार्थियों को 12 से 17 अक्टूबर तक कृमिनाशक गोलियां खिलाई जाएंगी। इस दौरान जो बच्चे किन्हीं कारणों से एलबेंडाजोल की गोलियां खाने से छूट जाएंगे, उन्हें कवर करने के लिए 18 से 20 अक्टूबर के दौरान माप-अप अभियान चलाया जाएगा। पहले स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में एक दिन ये गोलियां खिलाई जाती थी। माप-अप अभियान भी एक दिन का होता था। लेकिन अब कोरोना के चलते एनडीडी कार्यक्रम के तहत बच्चों को एलबेंडाजोल की गोलियां खिलाने के लिए एक दिन में कवर करने की बजाय दह दिन तक गोलियां खिलाई जाएंगी। माप-अप अभियान भी तीन दिन चलेगा। 499388 बच्चों को एलबेंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी। इस काम में आशा वर्करों, आंगनबाड़ी वर्करों और एएनएम की ड्यूटी लगाई जाएगी। स्कूल हेल्थ के डिप्टी सिविल सर्जन डा. रमेश पांचाल ने बताया कि एक से 19 साल तक की उम्र में अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि उनके पेट में खून चूसने वाले कीड़े नहीं पलें। इस उम्र में बच्चों के पेट में खून चूसने वाले कीड़े पैदा हो जाते हैं। यह कीड़े बच्चों का खून चूसकर उन्हें कमजोर बना देते हैं। कमजोरी का असर पढ़ाई पर भी पड़ता है। -------------- सिविल सर्जन डॉ. मनजीत सिंह ने बताया कि 12 से 17 अक्तूबर तक एगोलियां बच्चों के घरों पर जाकर खिलाई जाएंगी। जो बच्चे स्कूलों में होंगे, उन्हें स्कूलों में गोलियां खिलाई जाएंगी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जल्द बैठक बुलाई जाएगी।

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