उड़ती बात नाटक का मंचन देख भावुक हुए दर्शक
जागरण संवाददाता जींद मोतीलाल नेहरु पब्लिक स्कूल में ऑल इंडिया यूथ वैलफेयर सोसाइटी द्वारा
जागरण संवाददाता, जींद : मोतीलाल नेहरु पब्लिक स्कूल में ऑल इंडिया यूथ वैलफेयर सोसाइटी द्वारा संस्कृति मंत्रालय के सौजन्य से उड़ती बात नाटक का मंचन किया गया। इसमें कलाकारों द्वारा ऐसा मंचन किया गया कि देखने वाले भावुक हो गए। नाटक की परिकल्पना एवं निर्देशन रंगकर्मी रमेश कुमार ने किया। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि रिटायर्ड आइएएस जयवंती श्योकंद, मार्केटिग बोर्ड के अधीक्षक अभियंता नवीन दहिया, ज्योति कोहड़, मास्टर सूरजभान, डीपीओ जोगेंद्र कालीरमणा, जिला युवा अधिकारी हरप्रीत, डा. नरेश जागलान, विकास, सियाराम शास्त्री, सियाराम भारद्वाज, राष्ट्रपति अवार्डी सुभाष ढिगाना ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
जयवंती श्योकंद ने कहा कि नाटक हमारे समाज को स्वच्छ वातावरण देने का काम करते हैं। रंगमंच जीवन जीने के पद्धति है, यह समाज को आइना दिखाने का काम करती है। नवीन दहिया ने कहा नाटकों से हमारे जीवन में अमूल चुल परिवर्तन होता है। नाटक विद्या समाज को सही रास्ते पर ले जाने का कार्य करती है। नाटक में दिखाया गया कि रामफल की बेटी सोनिया 12वीं कक्षा में मेरिट हासिल करती है। उसके बाद उसकी मां कॉलेज में दाखिला करवाने से मना करती है लेकिन पिता दाखिला करवा देते हैं। इस दौरान कॉलेज में वह राहुल नाम के लड़के के साथ प्रेम प्रसंग में पड़ जाती है और छोड़कर दोनों बाहर चले जाते हैं तथा शादी कर लेते हैं। वहां पर उनके पैसे खत्म हो जाते हैं तो राहुल का दोस्त रविद्र मुंबई में डाक्टर है, उससे राहुल मदद मांगता है। रविद्र एक सौदा करता है की वह उसे 10 लाख रुपये देगा लेकिन बदले में उसकी पत्नी की कोख किराये पर दे दे। इस बात का पता पता सोनिया को चलता है तो वह रात को वहां से निकल जाती है। प्राइवेट स्कूल में जॉब करती है और यूपीएससी की तैयारी करती है। दो बार असफल होने के बाद तीसरी बार में वह आइएएस टॉप कर जाती है। यह खबर उसके गांव तक पहुंचती है तो उसे आमंत्रित करते हैं। सभी लोगों के बीच चर्चा होती है रामफल की बेटी ने गांव का नाम रोशन कर दिया, जबकि जिस समय वह गांव छोड़कर गई थी तब बात यह थी कि लड़की ने मां-बाप की नाक कटवा दी। अब वह आइएएस बन गई तो बात दूसरी चली। एक बार फिर से सोनिया का परिवार एक हो जाता है। इस मौके पर ओमप्रकाश चौहान, आनंद प्रकाश, महाबीर बिरौली, मंजू शर्मा, गीता कौशिक आदि मौजूद रहे।