सरसों की फसल के साथ तेल के भाव में भी आई तेजी
हैफेड के बिक्री केंद्रों पर सरसों के तेल का रेट प्रति लीटर 171 रुपये हो गया है। दो दिन पहले 130 से 140 रुपये प्रति लीटर भाव थे। वहीं सरसों के भाव में भी तेजी आई है।
जागरण संवाददाता, जींद : हैफेड के बिक्री केंद्रों पर सरसों के तेल का रेट प्रति लीटर 171 रुपये हो गया है। दो दिन पहले 130 से 140 रुपये प्रति लीटर भाव थे। वहीं सरसों के भाव में भी तेजी आई है। मंडी में प्राइवेट बोली पर सरसों 6200 से 6500 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है। समर्थन मूल्य 4650 रुपये प्रति क्विंटल है। मार्केट में ज्यादा भाव मिलने से इस बार जिले में सरकार की तरफ से सरसों की खरीद नहीं की गई। सरसों के ज्यादा भाव मिलने से जहां किसान खुश हैं। वहीं सरसों का तेल का भाव बढ़ने से आमजन पर महंगाई की मार भी पड़ रही है। सरसों का तेल जहां घरों में खाना बनाने में प्रयोग होता है। वहीं दुधारू पशुओं को भी सरसों और सरसों का तेल दिया जाता है। घी, चीनी और तेल के कारोबारी सुरेश गर्ग ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मार्केट में पाम ऑयल के रेट बढ़ गए हैं। रिफाइंड में सरसों के तेल का प्रयोग होता है। जिसके कारण कारण सरसों और सरसों के तेल के रेट बढ़ गए हैं। थोक में सरसों का तेल 155 रुपये लीटर बिक रहा है। पिछले साल 90 से 95 रुपये भाव था। उसके बाद कभी भाव 130 तो कभी 140 रुपये प्रति लीटर रहता है। लगातार भाव में उतार-चढ़ाव होने से दुकानदार भी असमंजस में हैं। रिफाइंड और वनस्पति घी के भी रेट बढ़ गए हैं। रिफाइंड के रेट 80 रुपये से बढ़ कर 140 तक पहुंच गए हैं। वहीं वनस्पति घी पहले 70 रुपये लीटर मिलता था, जो अब 140 रुपये लीटर मिल रहा है।
दाल, चीनी के भी बढ़े भाव
दाल, चीनी और अन्य जरूरी खाद्य वस्तुओं के भाव में भी बढ़ोतरी हुई है। चने की दाल के भाव 50 रुपये से बढ़ कर 70 रुपये तक पहुंच गए हैं। व्यापारियों के अनुसार स्टॉक होने के कारण भाव बढ़े हैं। वहीं मूंग की दाल 100 रुपये किलो बिक रही है। वहीं चीनी के भाव 35-36 रुपये से बढ़ कर 37-38 रुपये किलो पर पहुंच गए हैं। गुड़ का भाव भी बढ़ा है।