अन्ना टीम ने रात को 90 बेसहारा गोवंश को पहुंचाया नंदीशाला

जींद में सामाजिक संस्था अन्ना टीम ने सोमवार रात्रि को शहर में अलग-अलग एरिया से 90 बेसहारा गोवंश को नंदीशाला में छोड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 07:26 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:26 AM (IST)
अन्ना टीम ने रात को 90 बेसहारा गोवंश को पहुंचाया नंदीशाला
अन्ना टीम ने रात को 90 बेसहारा गोवंश को पहुंचाया नंदीशाला

जागरण संवाददाता, जींद : सामाजिक संस्था अन्ना टीम ने सोमवार रात्रि को शहर में अलग-अलग एरिया से 90 बेसहारा गोवंश को नंदीशाला में छोड़ा। अभियान में संस्था के करीब 25 सदस्य शामिल हुए। पटियाला चौक के आसपास कैथल रोड, रेलवे रोड, हांसी रोड, एसडी स्कूल से लेकर सफीदों गेट, बत्तख चौक व झांझ गेट से रात्रि 10 से 12 बजे तक पांच प्रयासों में 90 गोवंश को हांक कर जयंती देवी के सामने नंदीशाला के भीतर छुड़वाया। अन्ना टीम ने एक व दो सितंबर की रात को भी अभियान चलाते हुए दो ही रात में 100 गोवंश नंदीशाला में भिजवाए थे। सोमवार रात्रि के अभियान समेत तीन रात में अन्ना टीम 190 गोवंश को नंदीशाला में छोड़ चुकी है। दूसरी तरफ नगर परिषद ने भी बेसहारा गोवंश को पकड़ने का ठेका दिया हुआ है। ठेकेदार ने पांच सितंबर की रात गोवंश पकड़ने शुरू किए थे। लेकिन 11 सितंबर की रात को उसके कर्मचारी सुनील की अभियान के दौरान सड़क हादसे में मौत हो गई थी। जिसके बाद ठेकेदार ने अभियान रोक दिया और इस दौरान करीब 70 गोवंश ही ठेकेदार के कर्मचारियों ने पकड़े। कर्मचारी की मौत के मामले में स्वजनों के साथ प्रशासन की सहमति बनने के बाद ठेकेदार इस सप्ताह दोबारा अभियान शुरू करेगा। नगर परिषद ईओ सुशील कुमार ने बताया कि ठेकेदार को अभियान चलाने के निर्देश दे दिए हैं। जल्द ही बेसहारा गोवंश को गोशालाओं और नंदीशाला में आश्रय दिया जाएगा।

अभियान में इनका रहा योगदान

अन्ना टीम के चंद्रकांत अंबानी, सुशील कुमार, खिलाड़ी राम, मोहित आसरी, शिवराज सैनी, नकुल शर्मा, धर्मपाल मित्तल, मनोज असीजा, भारत भूषण, वरुण बजाज, हर्ष मित्तल, राजू मोर, आशीष सिगला, सुनील बंसल, जयपाल सैनी, अमित आसरी, हैप्पी, अक्षय, वैनी, गगन, दीपक, राहुल व युवा कालू ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया।

पुलिस का भी मिला सहयोग

अन्ना टीम सदस्य सुनील वशिष्ठ ने बताया कि जिस भी एरिया में अभियान चला। वहां रास्तों पर सदस्य खड़े किए गए, ताकि गाय व सांड इधर-उधर न भागें। वहीं मुख्य मार्गों पर इस दौरान कोई वाहन ना आए, इसके लिए एएसपी नितिश अग्रवाल की तरफ से ट्रैफिक पुलिस का सहयोग दिलाया गया। अब वीरवार को अन्ना टीम अभियान चलाएगी।

पहले भी संस्थाओं के सहयोग से कैटल फ्री हुआ था शहर

करीब तीन साल पहले तत्कालीन डीसी अमित खत्री के समय प्रशासन ने सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से चार हजार से ज्यादा बेसहारा गोवंश की टैगिग कर अस्थाई नंदीशाला में छोड़ा गया था। तब शहर कैटल फ्री हो गया था। लेकिन कुछ माह बाद फिर सड़कों पर बेसहारा गोवंश की संख्या बढ़ गई। टैगिग किए गाय व सांड सड़कों पर घूम रहे हैं। अगर प्रशासन उसी तरह अभियान चलाए, तो एक माह में शहर को कैटल फ्री बनाया जा सकता है।

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