आनर किलिंग :अनिल की हुई थी हत्या, हादसा दिखाने को गड्ढे में डाल दिया था शव
अनिल की हुई थी हत्या लड़की के साथ था अफेयर उसी के स्वजनों ने गाड़ी से टक्कर मार कर की थी हत्या। पुलिस पहले इसे हादसा मान रही थी।
लड़की के साथ था अफेयर, उसी के स्वजनों ने गाड़ी से टक्कर मार कर की हत्या
संवाद सूत्र, नरवाना (जींद): गांव हमीरगढ़ व बेलरखां के बीच 15 सितंबर को गड्ढे में झाड़ियों में निजी बस परिचालक का शव मिला था। पुलिस ने मृतक के मामा के बयान पर अज्ञात वाहन की टक्कर से हुई मौत मानकर मामला दर्ज कर किया था। लेकिन यह मामला सड़क हादसा न होकर हत्या का निकला। जिसके बाद पुलिस ने सड़क दुर्घटना की धारा हटाकर हत्या का मामला दर्ज कर एक युवक को गिरफ्तार भी कर लिया। जिसको कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है।
गढ़ी थाना पुलिस को दी शिकायत में गांव हमीरगढ़ निवासी रामफल ने बताया था कि उसका 22 वर्षीय भानजा अनिल 14 सितंबर की रात को लगभग 10.30 बजे मोटरसाइकिल पर किसी काम से नरवाना गया था। लेकिन सुबह तक वापस नहीं आया था। सुबह उनको सूचना मिली कि गांव हमीरगढ़ व बेलरखां के बीच उसके भानजे अनिल का एक्सीडेंट हो गया है। वे मौके पर पहुंचे, तो देखा कि अनिल का मोटरसाइकिल सड़क से नीचे गड्ढे में झाड़ियों में पड़ा हुआ था। उसको नागरिक अस्पताल में लेकर गए, तो डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डाक्टरों ने बताया कि सिर में चोट लगने के कारण उसकी मौत हुई है। पुलिस के अनुसार जब रामफल को पता चला कि उसके भानजे अनिल का गांव हमीरगढ़ की ही एक लड़की के साथ अफेयर चल रहा था और 14 सितंबर की रात को उसका भानजा उस लड़की से मिलने के लिए गया हुआ था। जब वह उसको वापस घर छोड़ने के लिए गया, तो लड़की का चचेरा भाई सुनील उर्फ काला तथा अन्य जागे हुए थे। उसके परिवार के सदस्यों को देखकर अनिल ने अपनी मोटरसाइकिल वापस भगा ली। जिसके बाद लड़की के स्वजनों ने उसके भानजे के पीछे गाड़ी लगाकर गांव बेलरखां के पास गाड़ी की सीधी टक्कर मारकर हत्या कर दी। उसकी मौत को हादसा दिखाने के लिए सड़क के पास गड्ढों में मोटरसाइकिल के साथ उसके शव को डाल दिया। पुलिस ने रामफल के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर कार्रवाई करते हुए सुनील उर्फ काला को गिरफ्तार कर लिया और उसको कोर्ट में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर ले लिया। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
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मां का इकलौता सहारा था अनिल
रामफल ने बताया कि उसकी बहन बाला जिला हिसार के गांव मिर्जपुर में शादीशुदा थी। उसके पति की करीब 15 साल पहले मृत्यु हो गई थी, तो वे उसकी बहन को गांव हमीरगढ़ ले आए थे। उन्होंने बताया कि अनिल उसकी मां की इकलौती संतान थी। अनिल ने 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद नरवाना-कैथल रूट पर प्राइवेट बस परिचालक के तौर पर काम करना शुरू कर दिया था।