सर्वजातीय खेड़ा खाप पढ़ाएगी युवाओं को संस्कार का पाठ

युवाओं में संस्कारों की कमी होने ओर दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर रोक लगने के लिए कड़े कानून बनाने की मांग जा रही है। इसी कड़ी में अब सर्वजातीय खेड़ा खाप युवाओं में संस्कार भरने के लिए उन्हें संस्कार का पाठ पढ़ाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Dec 2019 06:40 AM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 06:40 AM (IST)
सर्वजातीय खेड़ा खाप पढ़ाएगी युवाओं को संस्कार का पाठ
सर्वजातीय खेड़ा खाप पढ़ाएगी युवाओं को संस्कार का पाठ

संवाद सूत्र, उचाना : युवाओं में संस्कारों की कमी होने ओर दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर रोक लगने के लिए कड़े कानून बनाने की मांग जा रही है। इसी कड़ी में अब सर्वजातीय खेड़ा खाप युवाओं में संस्कार भरने के लिए उन्हें संस्कार का पाठ पढ़ाएगी। खाप के सभी गांवों में संस्कार पाठशाला आयोजित की जाएंगी। इन पाठशालाओं में युवाओं को संस्कार के बारे में बताया जाएगा। निरंतर बढ़ रही वारदातों में युवाओं के अंदर संस्कारों की कमी ही बड़ा कारण माना जा रहा है।

बरसोला गांव में खाप के प्रधान सतबीर पहलवान बरसोला ने बताया कि रेप जैसी घटनाओं पर रोक लगे इसके लिए कड़ा कानूनी सबसे जरूरी है। कड़ा कानून बनने के बाद इस तरह की वारदात कम होगी लेकिन ऐसी वारदाताों पर पूर्ण रूप से रोक लगे, इसके लिए खाप युवाओं को संस्कारवान बनाने के लिए संस्कार का पाठ पढ़ाएगी। आज परिवार एकल हो रहे हैं। पहले संयुक्त परिवार होते थे। युवा परिवार के बड़े-बुजुर्गों के पास बैठकर संस्कार की बातें सुनते थे। अब परिवारों के एकल होने के चलते युवाओं के पास बुजुर्गों के पास बैठने का समय नहीं है। जीवन में संस्कार सबसे जरूरी हैं।

एक घंटा बुजुर्गों के पास बैठें युवा

खाप नेता सतबीर बरसोला ने कहा कि युवाओं को चाहिए कि वो कम से कम एक घंटा अपने परिवार के बुजुर्ग के पास बैठें ताकि उससे सामाजिक बातों के साथ-साथ संस्कारों के बारे में जानकारी मिल सके। आज युवा बुजुर्गों के पास बैठने से कतराते हैं। बुजुर्गों के पास युवा बैठेंगे तो उन्हें पता चलेगा कि जो बुजुर्ग हैं, जब वो युवा थे तो किस तरह से अपने बड़ों का आदत करते थे। परिवार की मर्यादा के लिए वो कैसे रहते थे ताकि परिवार की मर्यादा को ठेस न पहुंचे। ऐसी बातें किताबों में नहीं मिलती हैं बल्कि इसके लिए युवाओं को बुजुर्गों के पास बैठना पड़ेगा।

हर गांव में बनाएंगे कमेटी

खाप नेता ने कहा कि युवाओं को संस्कार का पाठ पढ़ाने की शुरुआत खाप के गांवों से करेंगे। हर गांव में कमेटी बनाई जाएंगी। यह कमेटी गांव में संस्कार की पाठशाला लगाएगी। कमेटी युवाओं को संस्कारों के बारे में विस्तार से बताने के साथ-साथ इस मुहिम के युवाओं को जोड़ेगी ताकि अधिक से अधिक युवाओं को संस्कार का ज्ञान दे सकें। आज युवा वर्ग बुजुर्गों से क्यों दूर हो रहा है इसका कारण भी युवाओं से जाना जाएगा। आज युवा बुजुर्गों के पास बहुत कम बैठते हैं। बुजुर्ग लोग ज्ञान का खजाना होते है वो हर दौर से निकले हुए हैं।

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