स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की कई मांगों पर बनी सहमति
स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों को लेकर सरकार के निमंत्रण पर सोमवार को अतिरिक्त महानिदेशक की अध्यक्षता में गठित निदेशक स्तर के अधिकारियों व स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ के बीच बातचीत हुईं।
जागरण संवाददाता, जींद: स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों को लेकर सरकार के निमंत्रण पर सोमवार को अतिरिक्त महानिदेशक की अध्यक्षता में गठित निदेशक स्तर के अधिकारियों व स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ के बीच बातचीत हुईं। बातचीत के बाद एमपीएचडब्ल्यू काडर के समाप्त पदों को दोबारा बहाल करवाने, नार्म के अनुसार नए पद स्वीकृत करवाने, एमपीएचडब्ल्यू की एसीपी स्केल को दुरुस्त करवाने व पदोन्नत पद एमपीएचएस, एसएमआई, एयूओ, व एएमओ को एफपीएल 7, एफपीएल 8, एफपीएल 9 तथा एफपीएल 10 में संशोधित करने पर सहमति हुई। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि राज्य के उन सभी 295 उप स्वास्थ्य केंद्र (एसएचसी) पर एमपीएचडब्ल्यू के पद स्वीकृत किए जाएंगे, जिन पर अभी तक पद स्वीकृत नहीं हैं। राज्य में जिन पीएचसी में महिला व पुरुष स्वास्थ्य सुपरवाइजर के पद स्वीकृत नहीं हैं, उन पर भी पद स्वीकृत होंगे। अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार से पद बहाल होते ही पदोन्नत पदों पर पदोन्नति की जाएगी। महिला स्वास्थ्य सुपरवाइजर को राजस्थान सरकार की भांति द्वितीय पदोन्नति का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा जाएगा। बैठक के बाद स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ के प्रदेशाध्यक्ष राममेहर वर्मा, महासचिव सतपाल खासा व उप प्रधान राजबाला ने बताया कि अतिरिक्त महानिदेशक की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा दिये लिखित आश्वासन व महानिदेशक डा. वीना सिंह के द्वारा दिये भरोसे को मद्देनजर स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ ने 9 दिसम्बर के प्रस्तावित अनशन को 31 जनवरी तक स्थगित कर दिया। फरवरी के प्रथम सप्ताह में स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ की मीटिग में समीक्षा की जाएगी। लिखित आश्वासन के बावजूद कार्यवाही नहीं हुई तो फरवरी के प्रथम सप्ताह में दोबारा आंदोलन की घोषणा कर दी जाएगी। मीटिग में अतिरिक्त महानिदेशक डा. वीके बंसल, निदेशक डा. उषा गुप्ता, डा. दयानन्द बागड़ी, डा. परवीन सेठी तथा स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ की तरफ से प्रदेशाध्यक्ष राममेहर वर्मा, महासचिव सतपाल खासा, वित्त सचिव रणधीर सिंह, उप प्रधान राजबाला व शुभराम पानू उपस्थित रहे।