छातर में पहुंचा प्रशासनिक अमला, शांतिपूर्ण रहा माहौल

उचाना हलके के गांव छातर में शुक्रवार को प्रशासनिक अमला पहुंचा और ग्रामीणों से बातचीत की। गांव के कुछ परिवारों के सामाजिक बहिष्कार किया था।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 08:23 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 08:23 AM (IST)
छातर में पहुंचा प्रशासनिक अमला, शांतिपूर्ण रहा माहौल
छातर में पहुंचा प्रशासनिक अमला, शांतिपूर्ण रहा माहौल

जागरण संवाददाता, जींद: उचाना हलके के गांव छातर में शुक्रवार को प्रशासनिक अमला पहुंचा और ग्रामीणों से बातचीत की। उचाना के एसडीएम डा. राजेश कोथ, डीएसपी जितेंद्र सिंह, बीडीपीओ सुरेंद्र, तहसीलदार जय सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने ग्रामीणों से उनकी समस्याओं के बारे में बातचीत की। गांव के कुछ परिवारों के सामाजिक बहिष्कार की सूचना के बाद दो दिन माहौल तनावपूर्ण था। लेकिन शुक्रवार को गांव में शांतिपूर्ण माहौल रहा। अब गांव में लोगों को राशन, पानी सहित किसी तरह की कोई समस्या नहीं है।

एसडीएम डा. राजेश कोथ व डीएसपी ने मांगु मुहल्ले में लोगों से रोजगार, पानी, स्वास्थ्य सहित किसी भी समस्या के बारे में जानकारी ली। दस दुकानदारों को भी मौके पर बुलाया गया और सभी ने कहा कि किसी को सामान देने से मना नहीं किया है। इस पर मुहल्ले के लोग भी सहमत दिखे। शिकायतकर्ता गुरमीत की मां ने वीरवार को डिपो से राशन भी लिया। गांव में शांति बनाने के लिए 15 सदस्यों की कमेटी भी बना दी है, जो गांव के माहौल को शांत रखेगी। शुक्रवार को पीएचसी के डाक्टरों की तरफ से स्वास्थ्य जांच कैंप भी लगाया गया, जिसमें लोगों ने सामान्य जांच कराई। गांव के बुजुर्गों ने कहा कि अब तक किसी के बीच कोई झगड़ा नहीं हुआ है। मांगु मुहल्ले में भी शुक्रवार को चहल-पहल थी। लोग अपने कार्यों से बाहर आ-जा रहे थे। एसडीएम ने बताया कि गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मिट्टी भरत के लिए ब्रह्मानंद मैट की हाजिरी में कार्य करने के लिए कहा गया। कुछ मजदूर कस्सी उठाकर काम पर चलने लगे थे कि बाहर से बाइक पर आए गुरमीत ने उन्हें काम पर नहीं जाने दिया। एसडीएम ने कहा कि मांगु मुहल्ले के लोगों की सभी समस्याएं निपटाने के बावजूद गुरमीत ने कहा कि वे शनिवार को जींद में डीसी कार्यालय के सामने प्रदर्शन करेंगे।

गांव में कराई मुनादी, किसी का बहिष्कार नहीं

शुक्रवार को उचाना एसडीएम ने चौकीदार से गांव में मुनादी कराई कि गांव में किसी भी व्यक्ति का किसी भी प्रकार का बहिष्कार नहीं है। किसी भी दुकानदार द्वारा किसी व्यक्ति को कोई भी सामान लेने की मनाही नहीं है। गांव में सुबह पांच से साढ़े पांच और सायं सात से साढ़े सात बजे तक पानी की सप्लाई की जा रही है। राशन डिपो पर सरकार द्वारा उपलब्ध सामान दिया जा रहा है।

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