10 दिन में 4138 संक्रमित मिले, 4195 ठीक हुए
जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के आंकड़े ने आम लोगों में कोरोना को लेकर खौफ बढ़ा दिया है लेकिन इन आंकड़ों के दूसरे पहलु पर नजर डाली जाए तो सुकून देने वाली खबर भी नजर आएगी।
प्रदीप घोघड़ियां, जींद : जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के आंकड़े ने आम लोगों में कोरोना को लेकर खौफ बढ़ा दिया है लेकिन इन आंकड़ों के दूसरे पहलु पर नजर डाली जाए तो सुकून देने वाली खबर भी नजर आएगी। सुकून देने वाली खबर यह है कि पिछले 10 दिनों में जितने कोरोना संक्रमित केस मिले हैं, उनसे कहीं ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। 10 दिन में कोरोना संक्रमण के 4138 मरीज मिले लेकिन इस अवधि में 4195 मरीज ठीक भी हुए। 90 फीसदी कोरोना संक्रमित घर पर ही आइसोलेट होकर कोरोना से जंग जीत रहे हैं। इसके पीछे की वजह यह भी मानी जा रही है कि संक्रमितों को घर पर परिवार से इमोशनल डोज मिलती है। कुल संक्रमितों में से केवल पांच फीसद को ही कोरोना के चलते सांस लेने में दिक्कत आ रही है और उन्हें अस्पताल में एडमिट करवाना पड़ रहा है।
नागरिक अस्पताल के सिविल सर्जन कार्यालय के हर रोज शाम को कोरोना बुलेटिन जारी होता है। इस बुलेटिन के आंकड़े हर रोज नया रिकार्ड बना रहे हैं। इस तरह के भयावह आंकड़ों को देख आम और खास लोगों की चिताएं बढ़ती जा रही हैं। लोग कोरोना बीमारी से कम और उसके डर से ज्यादा बीमार हो रहे हैं, लेकिन जैसे-जैसे लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, उससे कहीं ज्यादा रिपोर्ट नेगेटिव भी आ रही हैं। आंकड़ों के अनुसार संक्रमित होने के बजाय रिकवरी रेट बढ़ रहा है। यह है पिछले 10 दिनों में कोरोना संक्रमित और ठीक होने वाले मरीजों का ब्योरा
तारीख -संक्रमित मिले -ठीक हुए
7 मई -374 -327
6 मई -411 -420
5 मई -380 -418
4 मई -411 -148
3 मई -312 -636
2 मई -374 -590
1 मई -305 -440
30 अप्रैल -405 -509
29 अप्रैल -580 -462
28 अप्रैल -586 -243
कुल -4138 -4195
सकारात्मक सोच और डाक्टरों की सलाह मानने वाले तेजी से हरा रहे कोरोना को : डा. गोपाल गोयल
नागरिक अस्पताल के एमएस डा. गोपाल गोयल ने बताया कि कोरोना संक्रमण से लड़कर ठीक होने वालों की संख्या में तेजी से इजाफ हो रहा है। पिछले 10 दिन में चार हजार से ज्यादा संक्रमित ठीक हो चुके हैं। डा. गोपाल गोयल ने कहा कि आत्मविश्वास, सकारात्मक सोच, डाक्टरों की सलाह मानने वाले लोग तेजी से कोरोना को हरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 90 फीसद लोग होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। केवल पांच फीसद को सांस लेने में दिक्कत आती है। मृत्यु दर भी एक से डेढ़ फीसद ही है।