मां भगवती की आराधना करने से आती है घर-परिवार में सुख शांति
- अखंड ज्योत करती है सकारात्मक ऊर्जा का संचार अनिल भारद्वाज
- अखंड ज्योत करती है सकारात्मक ऊर्जा का संचार : अनिल भारद्वाज जागरण संवाददाता, झज्जर : शहर के ललिता प्रसाद नवदुर्गा श्रीबूढ़ा महादेव में चैत्र नवरात्र के अवसर पर मां भगवती के सातवें स्वरूप कालरात्रि की पूजा-अर्चना श्रद्धा और उत्साह से की गई। मां के भक्तों ने अखंड ज्योत के दर्शन कर सुख-समृद्धि के लिए मनोकामना की। नियमों का पालन करते हुए भक्तों ने एक-एक करके मां भगवती की पूजा अर्चना की। मंदिर के पं. अनिल भारद्वाज ने मां जगदम्बा से प्रार्थना करते हुए कहा कि हमें भक्ति दे, शक्ति दे तथा अपना आशीर्वाद प्रदान करें। कारण कि नवरात्र का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा की जाती है। इस दौरान नौ दिनों तक कलश स्थापना कर अखंड ज्योत जलाई जाती है। मान्यता है कि जिस प्रकार दीपक अंधकार दूर कर देता है, उसी तरह मां की अखंड ज्योत भक्तों के जीवन से अंधकार मिटा देती है। नवरात्र में अखंड ज्योत जलाने से घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और सभी तरह की समस्याओं से मुक्ति मिलती है। आरोग्य की प्राप्ति होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मां सौभाग्य, शांति व वैभव प्रदान करती है। मां की आराधना करने से घर-परिवार में शांति आती है और सभी कष्टों का निवारण होता हैं। मंदिर समिति के अधिवक्ता मानक चंद गुप्ता ने बताया कि वर्ष 1973 में लाला भगत राम पंसारी ज्वाला जी से पैदल चलकर ज्योत लाए थे। जो कि मंदिर में निरंतर अखंड ज्योत प्रज्ज्वलित है। इस अवसर पर सुभाष बिद्रा, शिब्बू , रविद्र राय, वेद बहल बी आर परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।