कहीं लापरवाही पड़ न जाए भारी, जिला अस्पताल में खुले में पड़े बिजली के तार

- तारों की तरफ कोई ना आए इसलिए लगाई पेड़ों की टहनी उचित व्यवस्था का अभाव

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 07:20 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 07:20 PM (IST)
कहीं लापरवाही पड़ न जाए भारी, जिला अस्पताल में खुले में पड़े बिजली के तार
कहीं लापरवाही पड़ न जाए भारी, जिला अस्पताल में खुले में पड़े बिजली के तार

जागरण संवाददाता, झज्जर :

जिला अस्पताल के अंडर ग्राउंड तार (केबल) शार्ट सर्किट से जलने के बाद अब खतरे को न्यौता दे रहे हैं। जिला अस्पताल की पर्ची बनाने की खिड़की के सामने खुले में पड़ा तारों का जंजाल लोगों के लिए समस्या बना हुआ है। प्रशासन ने खाना पूर्ति करने के लिए पहले इन पर पालीथिन ढक दिया था, जो अब हट चुका है। वहीं केवल पड़ों की टहनियों से इनकी तरफ लोगों को जाने से रोका जा रहा है। यहां से हर रोज काफी लोग गुजरते भी हैं। जिस कारण खतरा अधिक बढ़ जाता है। प्रशासन भी इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहा। जिला अस्पताल की बिजली लाइन अंडरग्राउंड लाईन से लाई गई है। पिछले दिनों शार्ट सर्किट के कारण यह तार जल गई थी। जिस कारण अस्पताल की बिजली सप्लाई भी बाधित रही । वहीं बाद में शार्ट सर्किट से जली तार को तो ठीक कर दिया, लेकिन उस तार की कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई। तारों जोड़ तो दिया, लेकिन जमीन के ऊपर ही छोड़ दिया गया। यहां से अनेक लोग गुजरते हैं। हर कोई इन तारों से बचकर ही गुजरता नजर आता है। वहीं अब तारों का जंजाल अधिक बढ़ा और पिछले दिनों अधिकारियों ने भी अस्पताल के कई दौरे किए। इसलिए इस तारों के जंजाल पर पालीथिन डाल दिया गया। जिससे खानापूर्ति हो गई, लेकिन कोई उचित व्यवस्था नहीं हुई। अब वह पालीथिन हट चुका है। केवल पेड़ों की टहनियां लगाई गई है। जबकि, यहां प्रशासन एक पैनल लगा देता है तो बिजली के तार भी व्यवस्थित हो जाएंगे। लेकिन अभी तक ऐसा कोई कदम नहीं बढ़ाया गया। यहां तक कि बरसात के दिनों में इन तारों के आसपास एरिया में जलभराव की समस्या भी रहती है। ऐसे में शार्ट सर्किट होने व करंट लगने की आशंका बनी रहती है। जिससे कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।

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