टीकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में अब भीड़ कम, गांवों में लौटकर दिल्ली में परेड की तैयारी कर रहे किसान

जागरण संवाददाता बहादुरगढ़ टीकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में कुछ दिन से भीड़ कम ह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 06:53 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 06:53 AM (IST)
टीकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में अब भीड़ कम, गांवों में लौटकर दिल्ली में परेड की तैयारी कर रहे किसान
टीकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में अब भीड़ कम, गांवों में लौटकर दिल्ली में परेड की तैयारी कर रहे किसान

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : टीकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में कुछ दिन से भीड़ कम है। सभा में भी पहले जितनी भीड़ नहीं दिखती। गांवों में लौटे आंदोलनकारी किसान अब दिल्ली में परेड की तैयारी कर रहे हैं। खासकर हरियाणा की किसान मंडली इसके लिए जुटी हैं। पंजाब के साथ लगते प्रदेश के जिलों के जो किसान क्रमवार ढंग से अपने घर जा-आ रहे थे, अब वे गांवों में डटकर लगातार मीटिग कर रहे हैं और 26 जनवरी को दिल्ली में परेड की रणनीति बना रहे हैं। हर घर से भागीदारी की कोशिश की जा रही है। जींद के किसान मोनू ने बताया कि ट्रैक्टरों और किसानों की बाकायदा सूची तैयार की जा रही है। यह तय किया जा रहा है कि किस तारीख को अपने-अपने गांव से निकलेंगे और किस रास्ते से दिल्ली जाएंगे। पंजाब में भी चल रही है दिल्ली की किसान परेड की तैयारी :

कई दिन पहले से ही पंजाब में कीर्ति किसान यूनियन की ओर से स्वयंसेवक तैयार किए जा रहे हैं। उनका रजिस्ट्रेशन हो चुका है। किसान संगठन के नेताओं का कहना है कि 26 जनवरी को दिल्ली में जो परेड होगी, उसके लिए तैयारी की जा रही हैं। किसान परेड को अनुशासित और संयमित रखने के लिए ये स्वयंसेवक तैनात किए जाएंगे। यूनियन के उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि दिल्ली में 26 जनवरी को किसान परेड होनी है, यह तो तय है, लेकिन इसके लिए पूरा शेड्यूल बनाने को 16 या 17 जनवरी को मीटिग की जाएगी। ये हैं दिल्ली के रास्ते :

बहादुरगढ़ से दिल्ली के लिए दो ही रास्ते प्रमुख हैं। एक टीकरी बॉर्डर से और दूसरा झाड़ौदा बॉर्डर से मगर यहां के गांव कानौंदा, बामनौली, लडरावण, लोवा कलां, सिदीपुर, ईस्सरहेड़ी से भी दिल्ली की तरफ रास्ते हैं। फिलहाल टीकरी बॉर्डर को छोड़कर शेष रास्ते खुले हैं। ऐसे में वहां पर भी पुलिस की ओर से सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।

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