एक लाख के आंकड़े को भी नहीं छू पाया बिजाई एरिया

- इस बार मौसम की मार का असर दिखा फसलों पर पैदावार भी कम होने की उम्मीद

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 08:40 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 08:40 PM (IST)
एक लाख के आंकड़े को भी नहीं छू पाया बिजाई एरिया
एक लाख के आंकड़े को भी नहीं छू पाया बिजाई एरिया

जागरण संवाददाता,झज्जर :

इस बार खरीफ फसलों की बिजाई का एरिया एक लाख का आंकड़ा भी नहीं छू पाया। जो सामान्यत: प्रतिवर्ष एक लाख से अधिक रहता है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष मात्र 83 फीसद एरिया में ही खरीफ फसलों की बिजाई हुई है। जिससे साफ झलक रहा है कि इस बार किसानों ने खरीफ की बिजाई कम की है। इसमें सबसे ऊपर नाम बाजरे का आता है। बाजरे का बिजाई एरिया सबसे अधिक कम हुआ है। खरीफ की फसलों का एरिया कम बिजाई होने का एक कारण मौसम को भी माना जा रहा है। इस बार मौसम अनुकूल नहीं रहने के कारण बिजाई के एरिया में भी कमी हुई है। बॉक्स :

वर्ष 2020 की बात करें तो कुल 1 लाख 11 हजार 956 हेक्टेयर में खरीफ की फसलों की बिजाई की गई थी। जिनमें से सबसे अधिक बाजरे की 41000 हेक्टेयर में की गई थी। वहीं वर्ष 2021 के दौरान 92 हजार 890 हेक्टेयर में फसलों की बिजाई हुई है। इस वर्ष सबसे अधिक धान की फसल 37 हजार 900 हेक्टेयर में लगाई गई है। इस वर्ष खरीफ की फसलें पिछले वर्ष के मुकाबले 82.97 फीसद ही बिजाई हुई हैं। बिजाई एरिया में कमी आने का असर पैदावार पर भी दिखाई देने की उम्मीद है। बिजाई एरिया कम होने के कारण पैदावार भी घट सकती है।

बरसात से हुआ बाजरे का एरिया प्रभावित

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इस वर्ष खरीफ की फसलों में बिजाई एरिया घटने की बात करें तो इसका असर बाजरे पर सबसे अधिक दिखाई दिया है। वर्ष 2020 के दौरान 41000 हेक्टेयर में बाजरे की बिजाई की गई थी। वहीं इस बार की बात करें तो केवल 30900 हेक्टेयर में ही बिजाई हुई है। 10100 हेक्टेयर एरिया में बाजरे की बिजाई कम हुई है। वहीं ज्वार का 9485 हेक्टेयर एरिया घटा है। अन्य फसलों का भी बिजाई एरिया में कमी आई है। इस वर्ष फसलों की बिजाई एरिया में कमी ही नहीं बढ़ोतरी भी हुई है। पिछले वर्ष के मुकाबले अरहर, कपास, मूंग, ग्वार आदि फसलों का एरिया बढ़ा है। लेकिन कुल बिजाई एरिया की बात करें तो पिछले वर्ष के मुकाबले कमी हुई है।

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खरीफ की अधिकतर फसलें बरसात पर ही निर्भर होती हैं। इस वर्ष अप्रैल, मई व जून माह के दौरान अधिक बरसात नहीं हुई। जिस कारण बिजाई प्रभावित हुई है। खासकर बाजरे की बिजाई के समय बरसात काम रही। जिस कारण काफी किसान बाजरे की बिजाई भी नहीं कर पाए। सबसे अधिक बरानी एरिया में बाजरे की बिजाई अधिक की जाती है। वहीं बरसात के बिना बाजरे की काफी कम किसान बिजाई कर पाते हैं। वहीं मध्य जुलाई के बाद काफी बरसात हुई। जिसका किसान फायदा उठाकर बिजाई नहीं कर पाए। खरीफ फसलों का बिजाई एरिया

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फसल 2021 में बिजाई एरिया 2020 में बिजाई एरिया

धान --- 37900 हेक्टेयर ----- 38430 हेक्टेयर

ज्वार --- 5515 हेक्टेयर ----- 15000 हेक्टेयर

बाजरा --- 30900 हेक्टेयर ----- 41000 हेक्टेयर

अरहर --- 1500 हेक्टेयर ------ 1000 हेक्टेयर

गन्ना --- 2505 हेक्टेयर ---- 4500 हेक्टेयर

कपास --- 12975 हेक्टेयर ------ 11500 हेक्टेयर

मूंग ---- 1240 हेक्टेयर ------ 306 हेक्टेयर

ग्वार ---- 240 हेक्टेयर ------- 20 हेक्टेयर

अन्य ---- 115 हेक्टेयर ------- 200 हेक्टेयर

कुल ----- 92890 हेक्टेयर ------- 111956 हेक्टेयर

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