एक आशियाना बेजुबान पक्षियों के नाम

गांव सांखोल में संघर्षशील जन कल्याण सेवा समिति के सदस्यों ने चलाई एक अनूठी मुहिम

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Aug 2020 06:10 AM (IST) Updated:Mon, 24 Aug 2020 06:10 AM (IST)
एक आशियाना बेजुबान पक्षियों के नाम
एक आशियाना बेजुबान पक्षियों के नाम

गांव सांखोल में संघर्षशील जन कल्याण सेवा समिति के सदस्यों ने चलाई एक अनूठी मुहिम

- परिदों को आशियाना दिलाने के लिए बनाए गए करीब 100 पक्षी घर, 500 से ज्यादा पक्षी घर बनाने का रखा लक्ष्य जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

जल संरक्षण और स्वच्छता अभियान चलाने के साथ-साथ गांव सांखोल की संघर्षशील जन कल्याण सेवा समिति ने एक और अनूठी मुहिम शुरू की है। इस बार समिति के सदस्यों ने बेजुबान परिदों के लिए घरोंदा बनाने का अभियान शुरू किया है। इस अभियान के पहले ही दिन परिदों के लिए 100 पक्षी घर यानी आशियाने बनाए गए हैं। इन घरोंदो को पेड़-पौधों के साथ-साथ लोगों के घरों आदि में रखा जाएगा ताकि चिड़िया आदि बेजुबान परिदे सर्दी व बारिश आदि के मौसम में दिन-रात इनमें बसेरा कर सकें और अपना जीवन-यापन कर सकें। अमेरिका में रहने वाले समिति के सदस्य ध्रुपाल राठी ने यह सुझाव दिया था, जिस पर समिति के सदस्यों ने एक ही दिन में बड़े पैमाने पर घोंसलें बनाए हैं। राठी ने बताया कि क्यों न हमारी समिति एक मुहिम चलाए, जिसमें बेजुबान पक्षियों के लिए घर बनाकर उनको गांव में घरों के आगे लगा दें, ताकि चिड़िया, कबूतर, मैना, तोता आदि पक्षी उनमें आराम से रह सकें और अपना जीवन चक्र चला सकें यानी अंडे दे सकें।

समिति सदस्य मेजर सुधीर ने बताया कि हम लुप्त होती हुई घरेलू चिड़िया गोरैया, मैना आदि को बचाएं ताकि हम अपने आने वाली पीढ़ी को भी इन पक्षियों को दिखा सकें। इस संसार में पर्यावरण को संतुलित रखने में हर जीव का विशेष महत्व है। संजय कल्सन ने बताया कि इस आधुनिकता के दौर में हर जगह कंकरीट ही कंकरीट है। हम इंसानों ने उन पक्षियों के प्राकृतिक ठिकानों पर कब्जा कर लिया है। इस मुहिम के द्वारा हम उनसे छिना हुआ हक उनको वापस लौटाने की कोशिश कर रहे हैं। नरेंद्र धनखड़, अनिल अहलावत और सतेंद्र राठी ने सभी लोगों से अपील की कि वे लोग भी इस मुहिम का हिस्सा बनकर कम से कम इस प्रकार का एक घर बनाकर अपने-अपने घर पर लगाएं और उन बेजुबान पक्षियों के लिए दाने-पानी का प्रबंध करें। समिति सदस्य कर्मवीर राठी ने बताया कि समिति ने ये पक्षी घर गांव के ही कारपेंटर अजय डरोलिया से बनवाए हैं ताकि सरकार द्वारा चलाई गई आत्मनिर्भरता मुहिम को भी बल मिले। 100 पक्षी घर तैयार किए, 500 का रखा लक्ष्य:

शुभम यादव व सोमेश राठी ने बताया कि अभी लगभग 100 के करीब पक्षी घर तैयार करवाएं हैं और उन सब पर रंग-रोगन सभी समिति सदस्यों ने मिलकर किया है। जय चाहर ने बताया कि समिति गांव में लगभग 500 पक्षी घर बनवा कर लगाएगी। सभी समिति सदस्यों ने कहा कि ये मुहिम हर गांव, हर शहर में चलानी चाहिए।जिस प्रकार विदेश में रहते हुए भी ध्रुपाल राठी ने इतनी अच्छी मुहिम को गति दी है, सारी व्यवस्था की है वो काबिलेतारीफ है।

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