सावन का दिखा असर, कहीं बारिश तो कहीं रहा सूखा

सावन में मौसम जैसा रंग बदलता है इन दिनों वैसा दिख भी रहा है। वीरवार को ऐसा ही हुआ जब शहर में तो सूखा रहा और कुछ गांवों में घंटे भर तक झमाझम बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तीन दिन और बारिश के आसार बने रहेंगे। वैसे तो इस बार क्षेत्र में रिकार्ड तोड़ बारिश हो चुकी है। जुलाई का महीना इस बार बारिश के नाम ही रहा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 11:44 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 11:44 PM (IST)
सावन का दिखा असर, कहीं बारिश तो कहीं रहा सूखा
सावन का दिखा असर, कहीं बारिश तो कहीं रहा सूखा

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : सावन में मौसम जैसा रंग बदलता है, इन दिनों वैसा दिख भी रहा है। वीरवार को ऐसा ही हुआ, जब शहर में तो सूखा रहा और कुछ गांवों में घंटे भर तक झमाझम बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तीन दिन और बारिश के आसार बने रहेंगे। वैसे तो इस बार क्षेत्र में रिकार्ड तोड़ बारिश हो चुकी है। जुलाई का महीना इस बार बारिश के नाम ही रहा। इस महीने में बहादुरगढ़ के अंदर करीब 400 एमएम बारिश दर्ज की गई। एक माह के अंदर यह सर्वाधिक है। इसका असर यह है कि अभी तक सेक्टरों के एरिया से बरसाती पानी नहीं निकल पाया है। यहां पर खाली प्लाटों और कुछ पार्काें में अभी तक पानी जमा है। नालों से निकासी नहीं हो पा रही है। ऐसे में आसमान में बादल देख यहां के लोग परेशान हो उठते हैं। इस बीच वीरवार सुबह शहर में जब धूप थी, तब आसौदा और आसपास के गांवों में तेज बारिश चल रही थी। हालांकि बाद में शहर में कुछ मिनट के लिए फुहारें गिरी। मगर बादल छंटने से लोगों ने कुछ राहत ली। वैसे तो जिन गांवों में बारिश हुई, वहां पर भी अत्यधिक जलभराव के कारण लोग अब और बारिश न होने की ही दुआएं कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा नहीं किया गया इंतजाम :

आसौदा गांव के किसानों ने कई दिन पहले एसडीएम को मांग पत्र सौंपा था और गांव के खेतों से बरसाती पानी की निकासी की मांग की थी। खेतों में अत्यधिक पानी जमा होने के कारण फसलें खराब हो रही हैं। इससे उन्हें काफी नुकसान हुआ है। अगर पानी नहीं निकाला गया तो रबी सीजन की फसलों की भी बिजाई नहीं हो पाएगी। मगर अभी तक प्रशासन द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया गया है।

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