खराब हुई फसल का सर्वे ड्रोन से करवाने की तैयारी, 2706 किसानों ने दी शिकायत

पिछले दिनों खराब हुई फसलों का सर्वे अब ड्रोन से करने की तैयारी चल रही है। ताकि सर्वे के कार्य में सत्यता व निष्पक्षता को लाया जा सके। हालांकि अधिकारी फील्ड में जाकर सर्वे का कार्य कर रहे हैं। लेकिन ड्रोन से अनुमति मिलने के बाद सर्वे का कार्य तेजी से होगा। वहीं जो फील्ड वर्कर सर्वे करते हैं उसकी भी आला अधिकारी जांच कर पाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 06:00 AM (IST)
खराब हुई फसल का सर्वे ड्रोन से करवाने की तैयारी, 2706 किसानों ने दी शिकायत
खराब हुई फसल का सर्वे ड्रोन से करवाने की तैयारी, 2706 किसानों ने दी शिकायत

जागरण संवाददाता, झज्जर : पिछले दिनों खराब हुई फसलों का सर्वे अब ड्रोन से करने की तैयारी चल रही है। ताकि सर्वे के कार्य में सत्यता व निष्पक्षता को लाया जा सके। हालांकि अधिकारी फील्ड में जाकर सर्वे का कार्य कर रहे हैं। लेकिन ड्रोन से अनुमति मिलने के बाद सर्वे का कार्य तेजी से होगा। वहीं जो फील्ड वर्कर सर्वे करते हैं, उसकी भी आला अधिकारी जांच कर पाएंगे।

ड्रोन से सर्वे प्रक्रिया शुरू होने के बाद सर्वे में होने वाली गलतियों से भी बचा जा सकेगा। हालांकि ड्रोन से खराब हुई फसलों का सर्वे करने के लिए फाइल उपायुक्त कार्यालय में भेजी गई थी। उन्होंने एसपी से भी इस मामले में राय मांगी। कृषि विभाग अधिकारियों के अनुसार एसपी ने कुछ सावधानियों के साथ अनुमति दे दी है। हालांकि जल्द ही उपायुक्त द्वारा भी हरी झंडी मिलने वाली है। इसके बाद ही जिला में ड्रोन से सर्वे का कार्य शुरू हो पाएगा। पिछले दिनों बरसात के कारण किसानों की हजारों एकड़ फसल खराब हो गई थी। इसके लिए बीमा करवाने वाले किसानों से शिकायतें भी मांगी गई। जिला में 2706 किसानों ने किसान सदन में पहुंचकर शिकायतें दी। ताकि उनकी खराब हुई फसलों का सर्वे करके मुआवजा मिल सके। खराब हुई फसलों को लेकर किसानों के चेहरों पर चिता की लकीर दिखाई दे रही है। किसान भी सर्वे का इंतजार कर रहे हैं, ताकि सर्वे के बाद सरकार उन्हें नुकसान के अनुसार मुआवजा मिले। जिससे उनको जो आर्थिक नुकसान हुआ है, उससे उबरा जा सके। किसानों से रुपये लेने का मामला आया था सामने

पिछले दिनों सर्वे कर्मचारी द्वारा किसानों से रुपये लेने का मामला सामने आया था। जिसके अनुसार सर्वे कंपनी का कर्मचारी बिना कृषि अधिकारियों के ही किसानों से संपर्क साधना आरंभ कर दिया। उन्होंने किसानों से खेतों में नुकसान दिखाने के एवज में रुपये भी ऐंठने शुरू कर दिए। जब कृषि विभाग के संज्ञान में यह मामला आया तो आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस को भी शिकायत दी। हालांकि सर्वे के दौरान कृषि अधिकारी भी होना चाहिए। ड्रोन से सर्वे प्रक्रिया शुरू होने के बाद इस तरह की धोखाधड़ी से बचा जा सकेगा।

कपास व बाजरा में जलभराव से हुआ नुकसान

जिले में 2706 किसानों ने खराब हुई फसलों की शिकायत दी है। ये वे किसान हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अपनी फसलों का बीमा करवाया हुआ था। बीमा करवाने वाले किसानों की फसलें खराब होने के बाद ही 72 घंटे के अंदर शिकायतें मांगी गई थीं। हालांकि कुछ किसान ऐसे भी बच गए, जिनका बीमा होने के बाद भी नुकसान हुआ और वे बीमा नहीं करवा पाए। हालांकि नुकसान के जो आवेदन आए हैं, उनमें से अधिकतर कपास व बाजरा की फसल में नुकसान के हैं। वहीं इन फसलों में नुकसान भी बरसात से जलभराव के कारण हुआ है। अधिक समय तक जलभराव होने के कारण फसलें खराब हो गई। बीमा कंपनी द्वारा ड्रोन से सर्वे करने की बात कही गई है। ड्रोन से सर्वे की अनुमति के लिए फाइल उपायुक्त के पास भेजी गई है। उम्मीद है कि जल्द ही अनुमति मिल जाएगी। इसके बाद खराब हुई फसल का ड्रोन से सर्वे किया जाएगा।

इंद्र सिंह, डीडीए, झज्जर।

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