खिलखिलाते चेहरों के साथ समय से पहले ही पहुंच गए विद्यार्थी

- करीब 11 माह बाद स्कूलों में पहुंचे विद्यार्थी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 08:00 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 08:00 AM (IST)
खिलखिलाते चेहरों के साथ समय से पहले ही पहुंच गए विद्यार्थी
खिलखिलाते चेहरों के साथ समय से पहले ही पहुंच गए विद्यार्थी

- करीब 11 माह बाद स्कूलों में पहुंचे विद्यार्थी फोटो : 24 जेएचआर 22, 23 जागरण संवाददाता,झज्जर :

तीसरी से पांचवीं तक के विद्यार्थी समय से पहले ही बुधवार को अपने स्कूलों में पहुंचे गए थे। सभी के चेहरे खिले हुए थे। हालांकि, पहले दिन विद्यार्थियों की संख्या अधिक नहीं रही। फिर भी जो विद्यार्थी पहुंचे वे खुश नजर आए। कोरोना महामारी के कारण पिछले करीब 11 माह से बंद पड़े प्राइमरी स्कूल बुधवार को फिर से खोले गए हैं। स्कूल खुलते ही अब फिर से प्राइमरी स्कूलों में भी बच्चे ज्ञान का पाठ पढ़ते नजर आए। सरकार ने 24 फरवरी से तीसरी-पांचवीं तक के विद्यार्थियों की कक्षाएं स्कूलों में लगाने के आदेश दिए हैं। जिसके बाद विभाग द्वारा भी तैयारियां की गई। जिले की बात करें तो बुधवार को 293 प्राइमरी स्कूल करीब 11 माह बाद खुले हैं। जबकि जिले के कुल स्कूलों की संख्या 525 है। कोरोना महामारी के चलते प्राइमरी स्कूलों में वर्तमान शैक्षणिक सत्र की कक्षाएं नहीं लग पाई। इसलिए इस शैक्षणिक सत्र के दौरान बुधवार को अपनी पदोन्नत हुई कक्षा में बच्चों का पहला दिन था। बच्चों के चेहरों पर अगली कक्षा में पहुंचने की खुशी भी थी। वर्तमान शैक्षणिक सत्र में कक्षा तीसरी से पांचवीं तक के विद्यार्थी पहली बार स्कूल पहुंचे।

- बुधवार को प्राइमरी स्कूल में पहुंचे पांचवीं कक्षा के बेरी गेट निवासी नमन ने अपने ही लहजे में खुशी जाहिर करते हुए कहा कि स्कूल पहुंचकर वह ए टू जेड खुश है। अब अच्छे से पढ़ पाएगा। घर पर खेलते अधिक थे, इसलिए कम पढ़ाई होती थी। वहीं गैस एजेंसी गोदाम क्षेत्र से पांचवीं की छात्रा मुस्कान ने कहा कि वह पहली बार पांचवीं कक्षा में पढ़ने के लिए आई है। घर वालों ने भी खुश होकर पढ़ने के लिए भेजा है। दोनों विद्यार्थियों ने बताया कि वे सुबह करीब साढ़े नौ बजे ही स्कूल पहुंच गए थे। जबकि स्कूल लगने का समय 10 बजे का है। वहीं सरकार ने सुबह 10 बजे से डेढ़ बजे तक कक्षाएं लगाने के निर्देश दिए हैं।

chat bot
आपका साथी